गाज़ा में जारी नरसंहार को जारी रखने के लिये इज़रायली हत्यारों के साथ मोदी सरकार भी इसमें भागीदारी कर रही है। फ़ासीवादी ताक़तें और ज़ायनवादी-उपनिवेशवादी न सिर्फ़ अपने देश की जनता के दुश्मन…
मोदी के राज में संघ कई तरह से लाभान्वित हुआ है। उसकी शाखाओं की संख्या दोगुनी से ज्यादा हो गई है। आरएसएस के विचारधारा में यकीन रखने वाले शिक्षकों का कॉलेजों और विश्वविद्यालयों…
मोहन भागवत साफ बोलते हैं। मणिपुर की अशांति पर भी मोहन भागवत ने अपनी राय रखी हैं। "मणिपुर एक साल से शांति की तलाश में है। इस पर प्राथमिकता से चर्चा होनी चाहिए।
केरल में कई कारणों के चलते भाजपा ने भले ही ईसाईयों के एक तबके में अपनी पैठ बना ली हो मगर ईसाई आज भी हिन्दू राष्ट्रवादी राजनीति के निशाने पर हैं और यह…
हमारे यहां अस्पतालों में आग लगने के कारण लगातार बड़े हादसे होते रहे हैं। 2011 में कोलकाता के एएमआरआई अस्पताल में आग लगने से 90 लोगों की मौत हो गई थी। अप्रैल 2021…
अगर संसदीय विपक्ष और सड़क पर चल रहे प्रतिरोधों में जुगलबंदी हो जाए तो यह भी संभव है कि या तो सरकार को जनता के सामने झुकना पड़ेगा, या फिर पांच साल से…
अगर हम गुजरे दौर के पन्नों को खंगाले तो पता चलेगा कि कि भारत में सबसे पहले 1977-1979 गठबंधन सरकार बनी थी। कांग्रेस के 1977 में चुनाव हारने के बाद जनता पार्टी की सरकार देश में…
भाजपा के लिए भी यह एक अवसर है कि वह अपने को लोकतांत्रिक राजनीतिक पार्टी के रूप में फिर से अर्जित करे। अगर नई सरकार में संविधान, लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों के हनन…
मोदी को यह पता होना चाहिए कि दुनिया के कई विश्वविद्यालयों में 'गांधियन स्टडीज' पाठ्यक्रम का हिस्सा है। कई स्कूलों में गांधीजी की शिक्षाएं पढ़ाई जातीं हैं। दुनिया के करीब 80 शहरों में…
पाकिस्तान में पोस्टिंग के बमुश्किल छः महीने बीतते-बीतते माधुरी जमशेद, जिसका कोड नाम जिम था, के द्वारा फंसा ली गयी। भारत सरकार के अधिकारियों को जब आभास हुआ कि माधुरी शत्रु के जासूसी षड्यंत्र में…
नड्डा ने जो कुछ कहा है, उसे सही परिप्रेक्ष्य में देखने-समझने की ज़रुरत है। जो उन्होंने कहा वह न तो आरएसएस और भाजपा के बीच किसी भी तरह के मतभेदों का सूचक है…
अत्यधिक गर्मी का स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। हालिया शोध बताते हैं कि तीव्र और लंबी अवधि तक चलने वाली हीटवेव के दौरान समय से पहले जन्मों में वृद्धि होती है।
यह अध्ययन 1950 के आंकड़ों की तुलना 2015 के आंकड़ों से करता है, जो अपने-आप में मनमाना है। मीडिया और सांप्रदायिक संगठन इस अध्ययन का इस्तेमाल समाज को बांटने वाले प्रचार को और…
आयोग ने यह हास्यास्पद तर्क भी दिया कि चूंकि हर बूथ की वोटर लिस्ट हर मान्यता प्राप्त पार्टी के पास होती है, इसलिए चुनाव आयोग को निर्वाचन क्षेत्र के कुल मतदाताओं की संख्या जारी…
गृह मंत्री के रूप में अमित, शाह को प्रधानमंत्री का विश्वास और पूरा भरोसा प्राप्त है। वास्तव में, जब कोई राजनीतिक या सरकारी मुद्दा प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष लाया जाता है, तो कहा…
आरएसएस और उससे जुड़े संगठन, समाज के कमज़ोर वर्गों के साथ न्याय के पुराने विरोधी रहे हैं। सन 1925 में आरएसएस की स्थापना ही इसलिए हुई थी क्योंकि दलित अपने अधिकारों के लिए…
1857 के विद्रोह पर करीब 75 साल बाद लिखे गए पहले हिंदी उपन्यास का शीर्षक भी ‘गदर’ है। अमृतलाल नागर ने विद्रोह संबंधी ब्योरे एकत्रित किए तो उस पुस्तक का नाम ‘गदर के…
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम समेत एनसीआर के इलाकों में बीते कुछ दिनों से आसमान से आग बरस रही है। दिन में तापमान 40 पार कर जा रहा है और ऐसे में लोगों का गर्मी से…
अगर बात मुसलमानों की करें तो सब जानते हैं कि मुसलमान अशराफ, अजलाफ और अरजाल श्रेणियों में बंटे हैं। शेख, सैयद, मुगल और पठान अशराफ कहे जाते हैं।
पश्चिम की दलीलों की काट करने के लिए उन्होंने बताया कि जिस देश में पांच लाख ग्राम पंचायतों में मुखिया और सदस्य चुने जाते हों, उसके लोकतंत्र को कमजोर भला कौन समझदार व्यक्ति…
बुद्धिजीवी-वर्ग की आलोचना में किशन पटनायक काफी निर्मम हैं। लेकिन उसे ही वे समाज और सभ्यता का नियामक भी मानते हैं। लिहाजा, उनके चिंतन में यह आशा और प्रेरणा निहित है कि बुद्धिजीवी-वर्ग…
हंगर इंडेक्स समाज में पोषण की स्थिति का पता लगाने का उत्तम माध्यम है।हंगर इंडेक्स में भारत 121 देशों में 107वें स्थान पर है।इस मामले में भारत पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे अपने…
सबसे ज़्यादा मानसिक कष्ट में भाजपा के उम्मीदवार को माना जा सकता है कि वह दिल्ली पहुंचकर मुंह कैसे दिखाएंगा कि किसे और कितने मतों हराकर संसद में पहुंचा है !
मनमोहन सिंह के जिन दो बयानों की चर्चा है, उनमें पहला दिसंबर 2006 का है, और दूसरा अप्रैल 2009 का है। यानि ये दोनों बयान सच्चर कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद के…
प्रदेश के सैंकड़ों साधारण वोटरों से हुई इस बातचीत के आधार पर एक बात तो बिल्कुल साफ है कि उत्तर प्रदेश में इस चुनाव में परिवर्तन की हवा है। यानी कि 2019 की…