बेलारूस ने महिला फुटबाल लीग स्थगित की, भ्रष्टाचार की जांच के बीच भारोत्तोलन प्रमुख ने पद छोड़ा


कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के कारण बेलारूस में महिला फुटबाल के नए सत्र को स्थगित कर दिया गया है लेकिन पुरुष लीग अब भी जारी है। महिला लीग का 2020 सत्र गुरुवार को शुरू होना था लेकिन बेलारूस साकर महासंघ ने बुधवार कहा कि इसे अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है। महासंघ ने साथ ही कहा कि ‘कई’ खिलाड़ी कोरोना वायरस के ‘संभावित संक्रमितों’ के संपर्क में हैं।



कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के कारण बेलारूस में महिला फुटबाल के नए सत्र को स्थगित कर दिया गया है लेकिन पुरुष लीग अब भी जारी है। महिला लीग का 2020 सत्र गुरुवार को शुरू होना था लेकिन बेलारूस साकर महासंघ ने बुधवार कहा कि इसे अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है। महासंघ ने साथ ही कहा कि ‘कई’ खिलाड़ी कोरोना वायरस के ‘संभावित संक्रमितों’ के संपर्क में हैं।

यूरोप में बेलारूस एकमात्र देश है जहां अब भी पेशेवर पुरुष फुटबाल मैच जारी हैं और दर्शक स्टेडियम में मुकाबले देखने पहुंच रहे हैं।

बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्सांद्र लुकाशेंको ने लाकडाउन के कड़े कदमों का विरोध किया है और पिछले महीने दर्शकों की मौजूदगी में आईस हाकी मुकाबले में भी खेले थे।

खेल एवं पर्यटन मंत्री सर्जेई कोवालचुक ने सार्वजनिक बेलारूस 5 टीवी चैनल पर बुधवार को प्रसारित साक्षात्कार में पुरुष लीग के संदर्भ में कहा, ‘‘चैंपियनशिप को बंद करने का कोई आधार नहीं है।’’ कोवालचुक ने महिला लीग को स्थगित करने की घोषणा से पूर्व यह बयान दिया था।

भ्रष्टाचार की जांच के बीच भारोत्तोलन प्रमुख ने पद छोड़ा

अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) के अध्यक्ष तमस अजान ने इस साल की शुरुआत में एक डाक्यूमेंटरी में भ्रष्टाचार और डोपिंग उल्लंघन के आरोप लगने के बाद इस्तीफा दे दिया है।

आईडब्ल्यूएफ के कार्यवाहक अध्यक्ष उरसुला पपांद्रिया ने महासंघ की वेबसाइट पर कहा, ‘‘आईडब्ल्यूएफ चार दशक से अधिक समय तक भारोत्तोलन की सेवा करने के लिए तमस अजान का आभार व्यक्त करता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अब हम अपने खेल की पूर्ण क्षमता हासिल करने के लिए नई राह चुनने की दिशा पर काम शुरू कर सकते हैं।’’

बुडापेस्ट स्थित महासंघ के बयान में मौजूदा स्वतंत्र जांच का भी जिक्र किया गया है जो जर्मनी के प्रसारणकर्ता एआरडी की जनवरी में प्रसारित डाक्यूमेंटरी में लगाए आरोपों के आधार पर हो रही है।

डाक्यूमेंटरी में आरोप लगाया गया था कि इस ओलंपिक खेल में ‘भ्रष्टाचार की संस्कृति’ स्थापित है जहां प्रतिष्ठित भारोत्तोलकों को बामुश्किल ही डोप परीक्षण का सामना करना पड़ता है और डोपिंग नियंत्रक फर्जी मूत्र नमूने स्वीकार करने के लिए धन लेते हैं।

पाकिस्तान 1952 में आईसीसी का सदस्य बना था और उसने अब तक दो वैश्विक प्रतियोगिताओं विश्व कप 1987 और 1996 की संयुक्त मेजबानी की है।

वह विश्व कप 2011 का भी संयुक्त मेजबान था लेकिन लाहौर में 2009 में श्रीलंकाई टीम पर आतंकी हमले के बाद टीमों ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान जाने से इन्कार कर दिया था। बाद में भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका ने विश्व कप 2011 की संयुक्त मेजबानी की थी।



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