गाजियाबाद। गाजियाबाद के अब बंद हो चुके महामेधा सहकारी बैंक के चौबीस निदेशकों के खिलाफ कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। सहकारिता विभाग से जुड़ी एक कंपनी द्वारा जारी ऑडिट के बाद मामला दर्ज किया गया। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में निदेशकों और अधिकारियों का नाम दिया।
पुलिस के अनुसार सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त और रजिस्ट्रार देवेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि बैंक अधिकारियों ने अपात्र ग्राहकों को ऋण देकर 99.85 करोड़ रुपये का गबन किया है। एसपी (सिटी) अभिषेक वर्मा ने बताया कि मामले की जांच उत्तर प्रदेश पुलिस के सहकारी प्रकोष्ठ द्वारा की जाएगी।
प्राथमिकी में नामजद निदेशकों में से एक की पहले ही मौत हो चुकी है। गौरतलब है कि 2017 में अनियमितताओं के कारण बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। वहीं उत्तर प्रदेश के सहकारिता मामलों के मंत्री ने कहा कि उन्हें इस धोखाधड़ी की जानकारी नहीं है।