बलिया गोलीकांड: हिदायत के बावजूद विधायक के नहीं बदले तेवर, बोले- सैनिक के हाथों हुई अपराधी की मौत


उन्होंने दावा किया कि पार्टी उनके साथ है। यह पूछे जाने पर कि जब पार्टी नेतृत्व कदम को सही ठहरा रहा है तो फिर नोटिस जारी क्यों किया, सिंह ने कहा कि यह परम्परा है। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र प्रताप सिंह से गलती हुई है, लेकिन वह अपराधी नहीं है।


Ritesh Mishra Ritesh Mishra
उत्तर प्रदेश Updated On :

बलिया। अपने विवादास्पद बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहने वाले बलिया के बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। रेवती के दुर्जनपुर में हुए हत्याकांड के मामले में आरोपी का खुलकर समर्थन करने पर विधायक को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने हिदायत देते हुए कारण बताओ नोटिस भी दिया है।

पार्टी हाई कमान के निर्देशों से अलग उन्होंने एक बार फिर उन्होंने विवादित बयान दिया है। विधायक ने पिछले बृहस्पतिवार को रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर ग्राम में भाजपा नेता धीरेंद्र प्रताप सिंह द्वारा कथित रूप से चलाई गई गोली का शिकार बने जय प्रकाश पाल गामा को अपराधी करार देते हुए कहा है कि एक सैनिक के हाथों अपराधी की मौत हुई है।

अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले बैरिया के भाजपा विधायक मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के समर्थन में ना सिर्फ खुलकर सामने आ गए है, बल्कि उन्होंने ‘‘एक सैनिक के हाथों अपराधी की मौत’’ होने का बयान देकर हत्या को ही सही ठहरा दिया।

उन्होंने अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, जय प्रकाश पाल गामा अपराधी था। उसके खिलाफ ट्रेन डकैती समेत विभिन्न अपराधों के चार मामले दर्ज थे। गामा ने अपने गांव के त्रिलोकी नाथ तिवारी की भूमि पर जबर्दस्ती कब्जा कर लिया था तथा प्रतिरोध करने पर त्रिलोकी नाथ तिवारी पर जान लेने की नीयत से हमला किया था।

भाजपा विधायक ने इसके साथ ही कहा कि एक सैनिक के हाथों अपराधी की मौत हुई है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी उनके साथ है। यह पूछे जाने पर कि जब पार्टी नेतृत्व कदम को सही ठहरा रहा है तो फिर नोटिस जारी क्यों किया, सिंह ने कहा कि यह परम्परा है। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र प्रताप सिंह से गलती हुई है, लेकिन वह अपराधी नहीं है।

भाजपा विधायक ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर पोस्ट कर अपने कदम का सार्वजनिक रूप से इजहार कर दिया है। उन्होंने लिखा है, विपत्ति काल मे अपने सहयोगी, संबंधी, भाई और कार्यकर्ताओं को छोड़ना महापाप होता है। इसलिए हमने अपने धर्म का निर्वहन किया है और करता रहूंगा, चाहे इसके लिए मुझे किसी भी कठिनाई का सामना करना पड़े, वह मुझे सहर्ष स्वीकार होगा।

बता दें कि पिछले जिले के रेवती इलाके में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के आवंटन के दौरान विवाद के बाद भाजपा नेता धीरेंद्र प्रताप सिंह ने गोली चलाई थी जिसकी चपेट में आने से जयप्रकाश पाल नामक व्यक्ति की मौत हो गई थी। धीरेंद्र को पिछले रविवार को लखनऊ में गिरफ्तार किया गया था।

 

 



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