
नोएडा। राष्ट्रीय राजधानी से सटे गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में पिछले कुछ दिनों से सुसाइड के मामलों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। बीते कुछ दिनों के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो ये बेहद हैरान करने वाले हैं।
ऐसे में ये सवाल उठाना स्वाभाविक है कि लोगों खासतौर पर युवा वर्ग में बढ़ती सुसाइड टेन्डेन्सी की वजह क्या है। जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में गत 24 घंटे में 9 लोगों ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस आयुक्त आलोक सिंह के प्रवक्ता ने बताया कि एक्सप्रेस-वे थाना क्षेत्र के सेक्टर-134 स्थित एक सोसाइटी में रहने वाली कनिका चौधरी (27 वर्ष) ने मानसिक तनाव के चलते मंगलवार शाम को जहरीला पदार्थ खा लिया। गंभीर हालत में उनको एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
प्रवक्ता ने बताया कि जारचा थाना क्षेत्र के बिसाहड़ा गांव में रहने वाले संजू (23 वर्ष) ने पत्नी से हुए विवाद के चलते पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूरजपुर थाना क्षेत्र के डेल्टा-1 में रहने वाले अनुभव कृष्णमूर्ति ने भी मानसिक तनाव के चलते खुदकुशी कर ली। मृतक का उनकी पत्नी से विवाद चल रहा था।
प्रवक्ता ने बताया कि दादरी थाना क्षेत्र के जो- सेक्टर में रहने वाले गंगा सिंह (53 वर्ष) ने मंगलवार देर रात घर में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। थाना सेक्टर-58 क्षेत्र में रहने वाले औरष ने भी बीती रात पंखे से फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली।
प्रवक्ता ने बताया कि इसके अलावा नोएडा सेक्टर-24 क्षेत्र के गिझौड़ गांव में रहने वाली 48 वर्षीय महिला ने अपने मकान की तीसरी मंजिल से कूदकर मंगलवार को आत्महत्या कर ली।
मीडिया प्रभारी के अनुसार, महागुण माइवुड्स सोसाइटी में रहने वाले कुणाल मलिक (27) ने पंखे से फंदा लगाकर लिया, आत्महत्या की कोशिश की। परिजनों ने उन्हें नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया था जहां पर मंगलवार देर रात उनकी मौत हो गई। बताया कि दादरी थाना क्षेत्र में काजल तुरी नामक व्यक्ति ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
जॉब की दिक्कत और आर्थिक तंगी भी तो कहीं वजह नहीं
इस सम्बन्ध में गुड़गांव की गुरु द्रोणाचार्य कॉलेज की साइकॉलजी की प्रोफेसर डॉक्टर गरिमा यादव ने बताया कि आज का समय बेहद चुनौतियों वाला हो गया है। इस समय लोगों को जॉब की दिक्कत के साथ-साथ आर्थिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर युवा वर्ग आज की दिक्क्तों को लेकर काफी परेशान हैं।
डॉक्टर गरिमा ने बताया कि कोरोना काल में लोग काफी समय तक घरों में रहे और एक दूसरे से दूरी बनाकर रहे। एक दुसरे बात कर अपनी परेशानी बताने से मन शांत हो जाता है लेकिन दूरियों ने भी ऐसी समस्या को जन्म दिया है।