ललितपुर। दहेज हत्या के 25 साल पुराने एक मामले में दोषी पाए गए कनिष्ठ अभियंता (जेई) को ललितपुर की अदालत ने 10 साल कैद की सजा सुनाई है। अधिवक्ता बृजेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनुज कुमार तिवारी की अदालत ने फैसला सुनाया।
25 साल पुराने दहेज की खातिर हत्या के मामले में अभियोजन और बचाव पक्ष के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद लघु सिंचाई विभाग के जेई महेंद्र कुमार दुबे को शनिवार को अदालत ने 10 साल कैद की सजा सुनाई।
उन्होंने बताया कि दुबे की पत्नी सरिता की 19 अक्टूबर 1995 को यहां किराए के मकान में संदिग्ध परिस्थितियों में आग से जलने से मौत हो गयी थी।
सरिता के पिता नवलकिशोर नगाइच ने अपनी बेटी के पति दुबे, देवर पप्पू और ससुर के खिलाफ 50 हजार रुपये दहेज न देने पर आग से जलाकर हत्या करने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
इस मामले में सरिता के देवर पप्पू और ससुर को पुलिस ने अपनी जांच के बाद आरोप मुक्त कर दिया था। उन्होंने बताया कि अदालत ने कनिष्ठ अभियंता को बुधवार को दहेज हत्या का दोषी ठहराया था और सजा शनिवार को सुनाई गई।