नई दिल्ली। दिल्ली में सुबह-सुबह धूमकोहरा छाए रहने के साथ ही सूरज आसमान से नदारद रहा और इसके साथ ही मंगलवार को वायु गुणवत्ता ‘आपात’ स्तर के बेहद करीब पहुंच गई।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार मंदिर मार्ग, पंजाबी बाग, पूसा, रोहिणी, पटपड़गंज, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नजफगढ़, श्री औरोबिन्दो मार्ग और ओखला फेज़-2 स्थित वायु गुणवत्ता निगरानी केन्द्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 500 के पास ही दर्ज किया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह दृश्यता केवल 300 मीटर थी, जिससे यातायात काफी प्रभावित हुआ। दिल्ली में सबुह नौ बजे एक्यूआई 487 दर्ज किया गया, जो कि ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक दिल्ली के पड़ोसी शहरों फरीदाबाद में 474, गाजियाबाद में 476, नोएडा में 490, ग्रेटर नोएडा में 467, गुरुग्राम में 469 दर्ज किया गया। दिल्ली में लगातार छठे दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ (आपात) श्रेणी में माना जाता है।
वहीं दिल्ली-एनसीआर में सुबह आठ बजे पीएम2.5 का स्तर 605 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था, जो सुरक्षित सीमा 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से 10 गुना अधिक है। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार सबुह आठ बजे पीएम10 का स्तर 777 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया।