
नई दिल्ली। आतंकवादी संगठन अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने में जुट गए हैं। पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में बढ़े आतंकी हमले इस बात की तस्दीक करने के लिए काफी हैं कि आतंकवादी संगठन कोरोना का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि, भारतीय सुरक्षा बल इसका करारा जवाब दे रहे हैं। आतंकियों ने 48 घंटे के भीतर हंदवाड़ा में फिर हमला किया। इस बार काजीबाद इलाके के पास 4 मई को सीआरपीएफ की पेट्रोलिंग पार्टी पर आतंकियों ने हमला कर दिया। सुरक्षाबलों ने तुरंत हमले का जवाब देते हुए एक आतंकी को ढेर कर दिया। हालांकि, इस हमले में तीन जवान शहीद हो गए जबकि सात घायल हुए हैं। वहीं, आज जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले के पाखरपोरा में आतंकियों ने गश्त कर रहे सीआरपीएफ के जवानों पर ग्रेनेड से हमला किया है। हमले में दो लोग जख्मी हुए हैं।
लॉकडाउन के बीच कश्मीर के हंदवाड़ा में 2 मई को हुई एक मुठभेड़ में सेना के चार और पुलिस का एक जवान शहीद हो गए। इससे पहले 18 अप्रैल को बारामुला के सोपोर में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के तीन जवान मारे गए थे। 18 अप्रैल को शोपियां में सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। 17 अप्रैल को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में एक जवान घायल हो गया था।
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी बढ़ने के साथ सीमावर्ती इलाकों में जमी बर्फ पिघली है। बर्फ से सीमा पर लगी फेंसिंग को भी नुकसान हुआ है। इसके चलते आतंकी सीमा पार कर कश्मीर में घुस रहे हैं। ये हाल सिर्फ भारत का ही नहीं है, इराक और सीरिया में भी इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी कोरोना वायरस का फायदा उठाने की कोशिशों में लग गए हैं।