महोबा। जिले के कबरई कस्बे के क्रशर व्यवसायी इन्द्रकांत त्रिपाठी की संदिग्ध मौत मामले में फरार चल रहे बर्खास्त थानाध्यक्ष देवेन्द्र शुक्ला को पुलिस ने बुधवार की दोपहर को गिरफ्तार कर लिया। इसी मामले में निलंबित पूर्व पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार और एक बर्खास्त सिपाही फिलहाल फरार चल रहे हैं।
महोबा के पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया, कबरई के क्रशर व्यवसायी की मौत और भ्रष्टाचार के मामले में ढाई माह से फरार चल रहे कबरई थाने के बर्खास्त पूर्व थानाध्यक्ष देवेन्द्र शुक्ला को पुलिस की स्वाट टीम ने बुधवार दोपहर को महोबकंठ थाना क्षेत्र के झांसी सीमा से गिरफ्तार कर लिया है।
8 सितंबर को क्रशर व्यवसायी इन्द्रकांत त्रिपाठी ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया था जिसमें उन्होंने पाटीदार पर छह लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए अपनी जान को खतरा होने का दावा किया था। वीडियो वायरल होने के कुछ घंटे बाद ही वह संदिग्ध परिस्थिति में गोली लगने से घायल मिले थे, जिनकी कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में 13 सितंबर को मौत हो गयी थी।
इस सिलसिले में मृत क्रशर व्यवसायी के बड़े भाई रविकांत ने 11 सितंबर को निलंबित एसपी पाटीदार, बर्खास्त थानाध्यक्ष शुक्ला और दो अन्य क्रशर व्यवसायी सुरेश सोनी व ब्रम्हदत्त के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज करवाया था, जो इन्द्रकांत की मौत होने पर हत्या की धारा-302 में बदला गया।
हालांकि, एसआईटी की जांच में सामने आया कि इन्द्रकांत ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या की है, लिहाजा अब यह मामला आत्महत्या के लिए बाध्य करने की धारा-306 के तहत चल रहा है।
इसी दौरान शासन स्तर से पूर्व थानाध्यक्ष देवेन्द्र शुक्ला और सिपाही अरुण कुमार यादव को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है और आईपीएस अधिकारी पाटीदार के खिलाफ अदालत से कुर्की का आदेश भी जारी हो चुका है।