जम्मू। पाकिस्तानी सैनिकों ने संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास (एलओसी) अग्रिम चौकियों पर मंगलवार को गोलीबारी की, जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक अधिकारी शहीद हो गए। मेंढर सेक्टर के तारकुंडी इलाके में सीमा पार से ‘‘बिना किसी उकसावे’’ के गोलीबारी की गई। भारतीय सेना ने भी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया।
पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर स्थित राजौरी सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। पाकिस्तान की ओर से हुई फायरिंग में बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर पॉटिंसैट गुइटे शहीद हो गए। उन्होंने राजौरी में बीएसएफ के एफडीएल में तैनात रहते हुए बहादुरी का प्रदर्शन करते हुए शहादत दी।
बीएसएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सब इंस्पेक्टर पॉटिंसैट गुइटे ने पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया और कई साथियों की जान बचा ली। शहीद एसआई पी गुइटे ने कर्तव्य के प्रति समर्पण दिखाया और अपनी जान को न्यौछावर कर दिया।
बीएसएफ जम्मू के आईजी एनएस जम्वाल ने कहा कि शहीद सब इंस्पेक्टर पी. गुइटे एक वीर और ईमानदार सिपाही थे। उनके सर्वोच्च बलिदान और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए राष्ट्र हमेशा उनका ऋणी रहेगा। सीमा सुरक्षा बल ने पाकिस्तान सेना की चौकियों पर जोरदार और प्रभावी रूप से जवाबी कार्रवाई की है।
आईजी एनएस जम्वाल ने कहा कि बीएसएफ अपने सब इंस्पेक्टर की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देगा। बीएसएफ स्थापना दिवस पर बहादुर सब इंस्पेक्टर पी. गुइटे को देश सलामी देता है। शहीद के शव को हवाई मार्ग से इम्फाल और उसके बाद उनके पैतृक स्थान विल्ल- म्चुकुकी पोस्ट- लामलोंग-सदर जिला-सेनापति स्टेट-मणिपुर भेजा जाएगा।