2,000 करोड़ के कोष से वंचित करने का आरोप लगा टीएमसी के जितेंद्र तिवारी ने इस्तीफा दिया


तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मैंने आसनसोल नगर निगम प्रशासक मंडल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। मुझे काम नहीं करने दिया जा रहा था, ऐसे में मैं इस पद को रख कर क्या करूंगा? इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया है।’’


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बंगाल चुनाव-2021 Updated On :

आसनसोल (पश्चिम बंगाल)। तृणमूल कांग्रेस के विधायक जितेंद्र तिवारी ने आसनसोल नगर निगम प्रमुख पद से बृहस्पतिवार को इस्तीफा दे दिया।

उन्होंने यह कदम पश्चिम बंगाल सरकार पर स्मार्ट सिटी योजना के तहत केंद्र से मिल रही राशि से औद्योगिक शहर आसनसोल को वंचित करने का आरोप लगाने के कुछ दिन बाद उठाया है।

पश्चिम बर्द्धमान जिले के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष तिवारी ने सुवेंदु अधिकारी की भी प्रशंसा की जो पार्टी में ममता बनर्जी के बाद दूसरे सबसे प्रमख नेता थे और जिन्होंने बृहस्पतिवार को ही तृणमूल की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मैंने आसनसोल नगर निगम प्रशासक मंडल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। मुझे काम नहीं करने दिया जा रहा था, ऐसे में मैं इस पद को रख कर क्या करूंगा? इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया है।’’

सूत्रों ने बताया कि वह शुक्रवार को कोलकाता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिल सकते हैं।

इससे पहले अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए तिवारी पार्टी नेतृत्व की बैठक में शामिल नहीं हुए थे बल्कि बुधवार शाम को उन्होंने पार्टी सांसद सुनील मंडल के कांकसा इलाके स्थित आवास पर सुवेंदु अधिकारी से मुलाकात की थी।

पांडेश्वर से विधायक तिवारी ने नगर निकाय मामलों के मंत्री फिरहद हकीम को कुछ दिन पहले लिखे पत्र में कहा था कि आसनसोल नगर निगम को केंद्र के 2,000 करोड़ रुपये के कोष से वंचित किया गया क्योंकि राज्य सरकार ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के चुनाव में बाधा उत्पन्न की।

तिवारी ने हाल में आसनसोल में कॉलेज प्रबंधन मंडल से भी इस्तीफा दे दिया था।