नई दिल्ली। दिल्ली के चिड़ियाघर में बाघ शावक की मौत हो गई है। शावक की मां की 17 दिन पहले प्रसव संबंधी परेशानियों के चलते मृत्यु हो गई थी। छह वर्षीय सफेद बाघिन निर्भया ने 10 दिसंबर को दो शावकों को जन्म दिया था।
दिल्ली के चिड़ियाघर के निदेशक रमेश पांडे के अनुसार बाघिन प्रसव संबंधी जटिलताओं के कारण शेष शावकों को जन्म नहीं दे पा रही थी और इसी वजह से 14 दिसंबर को उसकी मौत हो गई थी।
पांडे ने कहा कि इस दौरान उसके एक शावक की भी मौत हो गई थी। दूसरे शावक का एक पशु चिकित्सा अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन ‘उसे बचाने के प्रयास नाकाम रहे।’ चिड़ियाघर के निदेशक ने कहा कि मंगलवार को ‘गंभीर बीमारी’ के कारण उसकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि शावक का पोस्टमॉर्टम किया जा चुका है और विसरे को अन्य जांच के लिए बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान भेजा जा रहा है। पांडे ने बताया कि चिडियाघर में फिलहाल सामान्य धारियों वाले बंगाल बाघ का जोड़ा और पांच सफेद बाघ है।
उन्होंने कहा कि सर्दी के मद्देनजर चिडियाघर में जानवरों के लिए हीटर, पर्दे आदि लगाकर बचाव के इंतजाम किए गए हैं। खाने में बदलाव करते हुए सर्दी से बचाव के लिए जानवरों को सूप, गुड़ आदि दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कोरोना दिशानिर्देशों मद्देनजर चिडियाघर लोगों के लिए 31 जनवरी तक बंद रहेगा।