भंडारा। महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात विशेष नवजात देखरेख इकाई (NICU) में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की झुलसकर मौत हो गई। बताया जाता है कि नवजात बच्चों की उम्र एक महीने से तीन महीने के बीच थी। NICU वार्ड में शुक्रवार रात करीब डेढ़ बजे आग लगी। जिला सिविल सर्जन प्रमोद खंडाते ने बताया कि NICU में करीब 17 बच्चे थे, जिनमें से सात को बचा लिया गया है। आग लगने के पीछे शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मामले के जांच के आदेश दिए हैं। इस दर्दनाक घटना पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। घटना के सम्बन्ध में बताया जाता है कि सबसे पहले एक नर्स ने अस्पताल के शिशु देखभाल विभाग से धुआं उठते देखा।
नर्स के शोर मचाने के बाद डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को जानकारी मिली और वे पांच मिनट के भीतर यहां पहुंच गए। उन्होंने बताया कि इकाई के ‘इनबाउंड वार्ड’ से सात बच्चों को दमकल कर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया लेकिन 10 बच्चों को बचाया नहीं जा सका।
खंडाते ने बताया कि बच्चों को जिस वार्ड में रखा जाता है, वहां लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जरूरत होती है। उन्होंने बताया, वहां आग बुझाने वाले उपकरण थे और कर्मियों ने उनसे आग बुझाने की कोशिश की। वहां काफी धुआं हो रहा था। आग का शिकार होने वाले बच्चों के माता-पिता को इसकी जानकारी दे दी गई है और बचाए गए सात बच्चों को दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है।
सिविल सर्जन ने बताया कि आईसीयू वार्ड, डायलिसिस और लेबर वार्ड से रोगियों को सुरक्षित दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है। अभी तक आग लगने के पीछे की वजह का पता नहीं चल पाया है, लेकिन शॉर्ट सर्किट होने का संदेह है। वहीं, इस घटना को लेकर अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
नहीं बजा फायर अलार्म, आग बुझाने को नहीं थे फायर इंस्ट्रूमेंट
अस्पताल की लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिस वक्त वार्ड में आग लगी, उस समय फायर अलार्म नहीं बजा। इसी के साथ ही आग बुझाने के लिए मौके पर अग्निशमन यंत्र भी नहीं था। इसके अलावा इमरजेंसी में अस्पताल स्टाफ भी कम थे। सूचना पाकर पास के पुलिस थाने से पुलिसकर्मी और फायर ब्रिगेड पहुंची। जब तक आग पर काबू पाया जाता, तब तक आग का तांडव नौनिहालों को निगल चुका था।
भंडारा अग्निकांड पर राष्ट्रपति ने दुःख जताया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्र में भंडारा के जिला अस्पताल में आग लगने से नवजात शिशुओं की मौत पर शनिवार को दु:ख व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। कोविंद ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘महाराष्ट्र के भंडारा में हुए अग्निकांड में शिशुओं की असामयिक मृत्यु से मुझे गहरा दु:ख हुआ है। इस हृदय-विदारक घटना में अपनी संतानों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’
महाराष्ट्र के भंडारा में हुए अग्नि हादसे में शिशुओं की असामयिक मृत्यु से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस ह्रदय विदारक घटना में अपनी संतानों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 9, 2021
नवजातों की मौत पर दुःखी पीएम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने से नवजात शिशुओं की मौत पर गहरा शोक प्रकट किया। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘महाराष्ट्र के भंडारा में हुई हृदय-विदारक घटना में हमने कई अनमोल मासूमों को खो दिया। मेरी संवदेनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
Heart-wrenching tragedy in Bhandara, Maharashtra, where we have lost precious young lives. My thoughts are with all the bereaved families. I hope the injured recover as early as possible.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 9, 2021
सीएम उद्धव ने दिए जांच के आदेश
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने की घटना में नवजात बच्चों की मौत पर दु:ख व्यक्त करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अस्पताल में शुक्रवार देर रात विशेष नवजात देखरेख इकाई में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई। नवजात बच्चों की उम्र एक महीने से तीन महीने के बीच थी।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद ठाकरे ने स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से बातचीत की। बयान में कहा गया, मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बातचीत करके उन्हें जांच करने के लिए कहा है।
राहुल गांधी ने आग लगने की घटना पर दु:ख जताया
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में भंडारा जिले के एक अस्पताल में आग लगने से 10 शिशुओं की मौत पर शनिवार को दु:ख जताया और राज्य सरकार से पीड़ित परिवारों की हरसंभव सहायता करने की अपील की। उन्होंने ट्वीट किया, “भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना बहुत ही दुखद है। बच्चों के परिवारों के साथ मेरी संवेदना है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, “मैं महाराष्ट्र सरकार से अपील करता हूं कि पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद मुहैया कराई जाए।”
The unfortunate incident of fire at Bhandara District General Hospital in Maharashtra is extremely tragic.
My condolences to the families of the children who lost their lives.
I appeal to Maha Govt to provide every possible assistance to the families of the injured & deceased.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 9, 2021
फडणवीस ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने से दस नवजात शिशुओं की मौत की घटना को ‘बेहद दर्दनाक’ करार देते हुए शनिवार को इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की। महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने एक वक्तव्य में कहा, सरकार को इस मामले में अच्छी तरह से जांच करानी चाहिये और 10 शिशुओं की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिये। यह बेहद दर्दनाक घटना है।