
नई दिल्ली। भारत और फ्रांस ने अपने वार्षिक रणनीतिक संवाद के दौरान आतंकवाद से निपटने, समुद्री सुरक्षा और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग जैसे अहम मामलों पर चर्चा की तथा अपनी साझेदारी को उच्च प्राथमिकता देने का संकल्प लिया। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जबकि फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के राजनयिक मामलों के सलाहकार एमैनुएल बोन ने फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।
वार्ता के दौरान उन्होंने ऐसे समावेशी, नियम आधारित हिंद-प्रशांत के प्रति अपना जुड़ाव दोहराया, जो बहुध्रुवीय दुनिया में बहुध्रुवीय एशिया के लिए योगदान दे। वहीं, विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने आतंकवाद से निपटने, साइबर सुरक्षा, रक्षा सहयोग, समुद्री सुरक्षा, क्षेत्रीय एवं वैश्विक मामलों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग समेत विभिन्न मामलों पर वार्ता की।
मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी को उच्च प्राथमिकता दिए जाने की बात दोहराई और दोनों देशों के बीच विचारों के मेल को रेखांकित किया। बोन ने अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला से भी मुलाकात की।
मोदी ने बोन के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, राष्ट्रपति मैक्रों के राजनयिक मामलों के सलाहकार एमैनुएल बोन के साथ फलदायी बैठक हुई। हमने भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की प्रगति पर खुशी प्रकट की। यह साझेदारी कोरोना के बाद के विश्व के लिए लाभकारी होगी। मैंने अपने मित्र एमैनुएल मैक्रों को भारत आने के लिए एक बार फिर आमंत्रित किया।
Had a productive meeting with Mr. Emmanuel Bonne, Diplomatic Advisor to President Macron. Expressed joy at the progress in India-France Strategic Partnership, a force for global good in the post-COVID world. Reiterated the invitation to my friend @EmmanuelMacron to visit India. pic.twitter.com/YQHmbqJXST
— Narendra Modi (@narendramodi) January 8, 2021
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने मोदी और बोन की बैठक की तस्वीर के साथ ट्वीट किया, रणनीतिक साझेदारी विचारों के मेल का प्रतीक है। फ्रांस के राष्ट्रपति के कूटनीतिक मामलों के सलाहकार माननीय एमैनुएल बोन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की।