मथुरा। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को मथुरा जनपद में आयोजित जनसभा में केंद्र सरकार पर तीन नए कृषि कानूनों, विनिवेश नीति, डीजल-पेट्रोल व रसोई गैस के बढ़ते दामों को लेकर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री न केवल अहंकारी हैं बल्कि कायर भी हैं।
उन्होंने जिला कांग्रेस इकाई द्वारा सौंख रोड पर पालीखेड़ा गांव के मैदान पर आयोजित जनसभा में कृषि कानूनों का विरोध करते हुए, किसानों को आश्वस्त करने का प्रयास किया।
प्रियंका ने कहा कि जब तक किसान इन काले कानूनों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे तब तक कांग्रेस और वह स्वयं भी उनका समर्थन करेंगी, उनके साथ लड़ाई लड़ेंगी।
कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ईंधन के बढ़ते दामों का ठीकरा पिछली सरकारों पर फोड़ रहे हैं जबकि केंद्र सरकार के कुप्रबंधन के चलते ही ईंधन के दामों में लगातार वृद्धि हो रही है।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल और गैस के आसमान छूते दामों से जनता परेशान है और इसके चलते किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है।
गांधी ने कहा, ‘भाजपा पूछती है कि कांग्रेस ने 70 वर्षों में क्या किया? तो मैं बता दूं कि जिन सरकारी कंपनियों को आज बेचा जा रहा है, उन्हें कांग्रेस के शासनकाल में ही स्थापित किया गया था।’
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री मोदी व उनकी सरकार को अहंकारी बताते हुए कहा कि भगवान कृष्ण उनका भी अहंकार तोड़ेंगे।
कांग्रेस नेता पहली बार मथुरा में पार्टी की किसी सभा को संबोधित कर रही थीं। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री प्रदीप आदित्य, पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, कांग्रेस विधान मण्डल दल के पूर्व नेता प्रदीप माथुर, राष्ट्रीय सचिव विवेक बंसल, राष्ट्रीय कमेटी सदस्य महेश पाठक आदि मंच पर मौजूद रहे।
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वह कायर हैं …. क्योंकि, जब उनके किसी भी काम पर कोई सवाल उठता है तो वह सीधे पूर्ववर्ती सरकारों को दोषी ठहराने लगते हैं।’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘ इन दिनों डीजल-पेट्रोल व रसोई गैस के दामों में आग लगी हुई है। बिजली के दाम बढ़े हुए हैं। ऐसा लगता है जैसे देश में लूट मची हुई है। हर चीज बेचने के प्रयास किए जा रहे हैं। सच तो यह है कि मोदी किसान विरोधी हैं।’
गांधी ने कहा, ‘कानून बनाते समय किसानों से नहीं पूछा गया। मुझे कोई देश में एक ऐसा किसान बता दे, जिससे पूछ कर उन्होंने ये कृषि कानून बनाए हों। यहां आसपास तो क्या, पूरे देश में ऐसा कोई किसान नहीं मिलेगा जो मोदी के इस निर्णय में उनके साथ रहा हो, अथवा जिससे इस पर चर्चा की गई हो।’
उन्होंने आरोप लगाया ‘‘ ये कानून नोटों की खेती करने वालों ने बनाए हैं। ये उनके खरबपति मित्रों ने बनाए हैं। जो उन्हीं के फायदे के लिए बनाए गए हैं, न कि किसानों के लिए। ’’
उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि अपने लिए तो 16 हजार करोड़ के दो हवाई जहाज खरीदने में देर नहीं लगाई, जबकि किसानों के गन्ने के 15 हजार करोड़ अभी भी बकाया हैं।
गांधी ने कहा ‘‘ देश का पेट भरने वाला किसान, देश की सीमा पर अपने बेटों को हमारी सुरक्षा के लिए अपना बलिदान करने के लिए भेजने वाला किसान, 90 दिन से दिल्ली की सड़कों पर बैठा है। लेकिन दुनिया भर का चक्कर काटने वाले प्रधानमंत्री के पास उनसे बात करने का समय नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘इस आंदोलन के दौरान 215 किसान शहीद हो चुके हैं। मेरे भाई (राहुल गांधी) ने जब संसद में उन किसानों के लिए दो मिनट का मौन रखने का प्रस्ताव रखा, तो आपने देखा होगा कि भाजपा का कोई सांसद खड़ा तक नहीं हुआ। ये सम्मान है उनकी नजरों में किसानों का…. ।’
उन्होंने कहा, ‘ भाजपा सरकार ने बजट में कई नामचीन सरकारी प्रतिष्ठानों को बेचने की बात कही है। ये पूरा देश बेच डालेंगे। आप भी सचेत रहिएगा। कहीं ये आपका गोवर्धन पर्वत भी न बेच डालें।’
सभा को संबोधित करने के बाद प्रियंका वृन्दावन के प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर पहुंचीं, जहां उन्होंने सेवायत आचार्य गोपी गोस्वामी के सानिध्य में भगवान के दर्शन किए एवं देहरी पूजा की।
प्रियंका ने मंदिर में पूजा करने के पश्चात विजिटर्स बुक में लिखा, ‘यहां आकर श्रद्धा भाव से पूजा की। आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद, आपकी प्रार्थना से देश, जनता का कल्याण हो, मंगल हो। जय बांकेबिहारी जी।’
उन्होंने ठाकुर जी को पोशाक भेंट की और सेवायत से आशीर्वाद भी लिया।