
बरेली। कुरान से 26 आयतें हटाने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करने के मामले में उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी के खिलाफ दो मुस्लिम संगठनों अंजुमन खुद्दामे ए रसूल तथा इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) ने पुलिस को अलग-अलग तहरीर देकर संयुक्त प्राथमिकी दर्ज करायी है। ये दोनों संगठन दरगाह आला हजरत से जुड़े हैं।
अंजुमन खुद्दामे रसूल के सचिव शान अहमद की ओर से रिजवी के खिलाफ कोतवाली में दी गयी तहरीर में उनके बयान को इस्लाम और संविधान के खिलाफ बताया गया है। आईएमसी ने भी रिजवी के खिलाफ तहरीर दी है जिसके बाद पुलिस ने संयुक्त रूप से प्राथमिकी दर्ज की है। बरेली के पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान ने बताया कि रिजवी के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच रजा एक्शन कमेटी की ओर से उलेमाओं ने चेतावनी दी है कि यदि रिजवी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं की गई तो वे सड़कों पर उतरेंगे। कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अफरोज रजा कादरी ने कहा कि वसीम रिजवी के पीछे फिरकापरस्त ताकतें काम कर रही हैं जिन्हें बेनकाब करने का वक्त आ गया है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी द्वारा कुरान शरीफ से 26 आयतें हटवाने के इरादे से उच्चतम न्यायालय में अर्जी दाखिल किये जाने के विरोध में रविवार को राजधानी लखनऊ स्थित बड़े इमामबाड़े में व्यापक प्रदर्शन किया गया था।
शिया धर्म गुरु और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य मौलाना कल्बे जव्वाद की अगुवाई में बड़ी संख्या में लोगों ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी का विरोध करते हुए उनके खिलाफ दुनिया भर के मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की मांग की थी।