भाजपा विधायक नारंग की पिटाई मामले में सीएम अमरिंदर ने अपनाया कड़ा रूख


चंडीगढ़। पंजाब में भाजपा के एक विधायक की शनिवार को मुक्तसर जिले के मलोट में किसानों के एक समूह द्वारा पिटाई और उनकी शर्ट फाड़ने के मामले में वहां के मुख्यमंत्री ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस मामले में पुलिस में आधा दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ नामजद और 300 से अधिक अज्ञात पर केस दर्ज किया है।

राज्य में पिछले कई महीनों से भाजपा नेता किसानों के विरोध का सामना कर रहे हैं। आंदोलनकारी किसान कृषि कानूनों के मुद्दे को लेकर राज्य में भाजपा नेताओं के कार्यक्रमों का विरोध कर रहे हैं। जब अबोहर के विधायक अरुण नारंग स्थानीय नेताओं के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के लिए मलोट पहुंचे तो प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह ने उन्हें घेर लिया और उन पर और उनके वाहनों पर काली स्याही फेंकी गई।

पुलिस ने बताया कि कुछ पुलिसकर्मी विधायक और स्थानीय नेताओं को एक दुकान में ले गए लेकिन बाद में जब वे इससे बाहर आए, तो प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर उनकी पिटाई की और नारंग के कपड़े फाड़ दिए। अधिकारियों ने बताया कि नारंग के साथ मौजूद पुलिसकर्मियों को उन्हें प्रदर्शनकारियों से बचाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। विधायक को बाद में पुलिस ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

पुलिस उपाधीक्षक (मलोट) जसपाल सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े थे कि वे भाजपा विधायकों को संवाददाता सम्मेलन नहीं करने देंगे। उन्होंने बताया कि इस घटना में एक पुलिस अधिकारी को मामूली चोट लगी है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कथित तौर पर विधायक को फटे कपड़ों में पुलिस द्वारा सुरक्षित स्थान पर ले जाते हुए दिखाया गया है।

मुक्तसर पुलिस ने शनिवार रात में सात नामजदों और 200-250 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास, सरकारी कर्मचारी को कर्तव्य निर्वहन से रोकने के लिए आपराधिक बल प्रयोग या हमला करने, गलत तरीके से कैद करने, आपराधिक धमकी देना और दंगा फंसाद सहित अन्य आरोप में मामला दर्ज किया।

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने नारंग पर कथित हमले की कड़ी निंदा की और साथ ही राज्य में शांति भंग करने की कोशिश करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने किसानों से हिंसा के ऐसे कृत्यों में शामिल नहीं होने का आग्रह किया और स्थिति को बढ़ने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे पिछले साल संसद में कृषि कानूनों के पारित होने से उत्पन्न संकट का तुरंत समाधान करें।

मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रमुख को घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया, जो विधायक को बचाने की कोशिश कर रहे पुलिस कर्मियों से भी भिड़ गए। मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि विधायक को बचाने और निकालने की कोशिश के दौरान पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) फरीदकोट घायल हो गए।