डिजिटल माध्यम से आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने सूचना का अधिकार के तहत मिले एक जवाब का हवाला देते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार 2015 से अब तक विज्ञापनों पर 805 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में उसने एक भी नया अस्पताल नहीं खोला।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता केजरीवाल पर हमला करते हुए पात्रा ने कहा मुख्यमंत्री रोजाना टेलीविजन पर आते हैं और ‘‘झूठ’’ बोल कर लोगों को ‘‘गुमराह’’ करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आप विज्ञापन करते रहे और दावे करते रहे कि लॉकडाउन नहीं होगा, ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है और लोगों के घरों में ऑक्सीजन पहुंचाई जाएगी। जब आपको लगा कि चीजें आपके नियंत्रण से बाहर हो गई हैं तब आपने केंद्र पर सवाल उठाने शुरु किए और फिर बाद में अपनी जिम्मेदारियों से किनारा कर लिया।’’
पात्रा ने कहा कि केजरीवाल ने 26 अप्रैल को दावा किया था कि उनकी सरकार 1.34 करोड़ टीकों का आर्डर देगी जिसकी कीमत तकरीबन 1400 करोड़ रुपये होती है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज वह कह रहे हैं कि उनके पास कुछ नहीं है। दिल्ली में 45 वर्ष से ऊपर के सिर्फ 8.93 प्रतिशत लोगों को टीकों की दूसरी खुराक लगी है। 60 वर्ष से अधिक उम्र के सिर्फ 48.03 प्रतिशत लोगों को ही पहली खुराक लगी है जबकि 60 की उम्र के सिर्फ 17 प्रतिशत लोगों को ही टीकों की दूसरी खुराक लग सकी है।’’
पात्रा ने आरोप लगाया कि टीकाकरण अभियान को समय पर आगे बढ़ाने की जगह दिल्ली सरकार विज्ञापनों में व्यस्त रही और अब ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर वह राजनीति कर रही है।
बृहनमुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आयुक्त इकबाल सिंह चहल के एक साक्षात्कार का हवाला देते हुए पात्रा ने कहा कि केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कम ही प्रयास किए जबकि चहल ने भी कहा है कि इसके लिए लिए केंद्र को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि पीएम केयर्स से ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने के लिए कोष आवंटित किए जाने के बावजूद दिल्ली सरकार एक भी संयंत्र आरंभ नहीं कर सकी और न ही इनके लिए स्थान उपलब्ध करा सकी।
राजधानी में किसान आंदोलन के प्रमुख केंद्र टीकरी बॉर्डर पर हुई कथित बलात्कार की घटना के लिए पात्रा ने आप पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इसमें उसके एक कार्यकर्ता का नाम सामने आया है जो अब गायब है।