नई दिल्ली आम आदमी पार्टी (आप) ने टीके की कमी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए शहर के कई हिस्सों में पोस्टर लगाये जाने की रविवार को जिम्मेदारी ली और कहा कि उसके कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया और सैंकड़ों कार्यकर्ताओं को वह ‘परेशान’ कर रही है।
वरिष्ठ आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई पार्टी को रोक नहीं पाएगी और वह अभियान चलाकर पूरे शहर एवं देश में ऐसे पोस्टर लगा देगी। कहा, आप ऐसे पोस्टरों के पीछे है। मुझे और हमारे विधायकों को गिरफ्तार कीजिए लेकिन गरीब लोगों को परेशान मत कीजिए जिन्होंने थोड़े से पैसों के लिए पोस्टर चिपकाए।
इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि यह समय एक-दूसरे पर उंगली उठाने का नहीं है। केजरीवाल ने आप कार्यकर्ताओं से कोविड-19 महामारी का प्रकोप झेल रहे लोगों की मदद करने की अपील की।
केजरीवाल ने टि्वटर पर लिखा, “कोरोना ने क़हर ढाया हुआ है। लोग बहुत दुखी हैं। यह वक्त एक दूसरे पर उंगली उठाने का नहीं, बल्कि एक दूसरे को सहारा देने का है। मेरी “आप” के हर कार्यकर्ता से अपील है की वे जहां भी हैं, अपने आस पास के लोगों की तन, मन, धन से भरपूर मदद करें। इस वक्त यही सच्ची देशभक्ति है, यही धर्म है।”
दिल्ली पुलिस ने कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान शहर के कई हिस्सों में कथित रूप से पोस्टर चिपकाने को लेकर 25 प्राथमिकियां दर्ज कीं एवं उतने ही लोगों को गिरफ्तार किया। इन पोस्टरों पर लिखा है, ‘‘मोदीजी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दिया?‘‘
पाठक ने कहा कि पूरे देश में लोग यही प्रश्न पूछ रहे हैं कि प्रधानमंत्री एवं भाजपा सरकार ने पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान एवं इराक समेत 94 देशों को टीके की करोड़ों खुराक का निर्यात क्यों किया जिससे भारत में हजारों जानें बचायी जा सकती थीं।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी रविवार को ट्वीट कर टीके की खुराकों का निर्यात करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार पर सवाल खड़े किए।