पणजी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को फोन पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से बात कर राज्य में चक्रवात ताउते से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने पूर्व में कहा था कि चक्रवात ताउते के कारण चल रही तेज हवाओं की वजह से रविवार को अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 100 घरों को भी इस दौरान नुकसान पहुंचा। उन्होंने बताया कि पेड़ गिरने के कारण कुछ राजमार्ग भी बाधित हो गए थे।
सावंत ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गोवा राज्य में चक्रवात ताउते के प्रभाव के बारे में जानने के लिये व्यक्तिगत रूप से फोन किया। उन्होंने केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।”
Hon’ble Prime Minster @narendramodi ji personally called to enquire about the impact of cyclone Tauktae on the state of Goa. He has assured all possible assistance from the Central Government.
— Dr. Pramod Sawant (@DrPramodPSawant) May 17, 2021
अधिकारियों ने कहा कि इससे पहले दिन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सावंत को राज्य में सामान्य स्थिति की बहाली के लिये केंद्र की तरफ से पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया था।
वहीं मुंबई में भी चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के गुजरात की ओर बढ़ने के बीच सोमवार को मुंबई और उसके आस-पास के इलाकों में बहुत तेज हवाओं के साथ बारिश के मद्देनजर यहां पुलिसकर्मियों को हाईअलर्ट पर रखा गया है तथा संचार एवं बाढ़ संबंधी जीवन रक्षक उपकरणों को तैयार रखा गया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यहां थानों एवं यातायात चौकियों पर पर्याप्त पुलिसकर्मी उपलब्ध कराये गये हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘‘ सभी थानों एवं चौकियों से यह सुनिश्चित करने कहा गया है कि वायरलेस सेटों एवं सार्वजनिक संबोधन तंत्रों जैसे संचार उपकरण सही से काम कर रहे हों। ऐसा ही निर्देश लाईफ जैकेट, प्राथमिक उपचार किट, रस्सियों, आपात लाईट व्यवस्था, स्ट्रेचर आदि जैसे जीवन रक्षक एवं बचाव उपकरणों तथा वाहनों के संदर्भ में भी दिये गये हैं।’’
उन्होंने कहा कि भारी बारिश एवं तेज आंधी से जान-माल के संभावित नुकसान को कम से कम करने के लिए पुलिस से बृहन्मुम्बई महानगरपालिका के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर रखने को कहा गया है।
अधिकारी के अनुसार, लोगों से घरों में ही रहने तथा मछुआरों से समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है।