
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को टीकाकरण को लेकर आंकड़ेबाजी छोड़ कर राज्यों को अधिकाधिक टीके उपलब्ध करवाने चाहिए। इसके साथ ही गहलोत ने देश में कोरोना वायरस प्रतिरक्षण टीकों के उत्पादन को प्राथमिकता दिए जाने का सुझाव दिया है।
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को आंकडे़बाजी छोड़ कर राज्यों को अधिकाधिक टीके उपलब्ध कराना चाहिए। यदि तीसरी लहर ने बच्चों को प्रभावित किया तो देश कभी माफ नहीं करेगा।’’
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को आंकडे़बाजी छोड़कर राज्यों को अधिकाधिक वैक्सीन उपलब्ध करना सुनिश्चित करना चाहिए। यदि तीसरी लहर ने बच्चों को प्रभावित किया तो देश कभी माफ नहीं करेगा।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 25, 2021
गहलोत के अनुसार, ‘‘130 करोड़ आबादी वाले हमारे देश में शीघ्र ही सभी के लिए टीकों का इंतजाम नहीं हुआ और कोरोना की तीसरी लहर ने बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया तो ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी से जो स्थिति दूसरी लहर में बनी, उससे कई गुना बदतर हालात तीसरी लहर में बनेंगे और हम बच्चों को बचा नहीं पायेंगे।’’
130 करोड़ आबादी वाले हमारे देश में शीघ्र ही सभी के लिए वैक्सीन का इंतजाम नहीं हुआ और कोरोना की तीसरी लहर ने बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया तो ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी से जो स्थिति दूसरी लहर में बनी उससे कई गुना बदतर हालात तीसरी लहर में बनेंगे और हम बच्चों को बचा नहीं पायेंगे।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 25, 2021
मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को टीका उत्पादन को सर्वोच्च प्राथमिकता देना चाहिए था।
श्री @narendramodi जी व @drharshvardhan जी को वैक्सीन उत्पादन को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखना चाहिए था व इसके लिए आवश्यक हो तो कानून में बदलाव कर अन्य कंपनियों को भी वैक्सीन उत्पादन करने की अनुमति,प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।भारत वैक्सीन उत्पादन में दुनियाभर में सिरमौर माना जाता है
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 25, 2021
उन्होंने कहा ‘‘इसके लिए आवश्यक हो तो कानून में बदलाव कर अन्य कंपनियों को भी वैक्सीन उत्पादन करने की अनुमति तथा प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। भारत वैक्सीन उत्पादन में दुनिया भर में सिरमौर माना जाता है।’’