शिवराज सरकार ने कोरोना महामारी के बीच रद्द की 12वीं की राज्य बोर्ड परीक्षा

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मध्य प्रदेश Updated On :

भोपाल। केन्द्र द्वारा देश में सीबीएसई की 12 वीं कक्षा की परीक्षा रद्द किए जाने के एक दिन बाद मध्य प्रदेश सरकार ने बुधवार को कक्षा 12वीं की राज्य बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है। कोरोना महामारी के दौर में विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है। इससे पहले मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश में बोर्ड की 10 वीं कक्षा की परीक्षा रद्द कर चुकी है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ट्विटर पर जारी किए गए वीडियो बयान में कहा, प्रदेश में वर्ष 2020-21 सत्र के लिये कक्षा 12वीं की राज्य बोर्ड की परीक्षा इस वर्ष आयोजित नहीं की जाएगी। विद्यार्थियों का जीवन हमारे लिए अनमोल है। उनके करियर का ख्याल हम बाद में रख सकते हैं।

महामारी के बाद सामान्य स्थिति होने के बाद इच्छुक विद्यार्थियों के लिए परीक्षा देने का विकल्प उपलब्ध होगा। चौहान ने कहा, यह विकल्प उन विद्यार्थियों के लिए खुला रहेगा जो अपने अंकों में सुधार के लिए परीक्षा देना चाहेंगे। महामारी के बाद ऐसे विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रियों का समूह यह तय करेगा कि कक्षा 12 वीं के विद्यार्थियों का मूल्यांकन अब कैसे किया जाए। चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार मप्र बोर्ड की 10 वीं कक्षा की परीक्षा पहले ही रद्द कर चुकी है तथा 10 वीं कक्षा के विद्यार्थियों का परिणाम आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर घोषित किया जाएगा।

मंगलवार को केन्द्र सरकार ने सीबीएसई की 12 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फैसला किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्णय लिया गया। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर परीक्षा को रद्द किया गया।