
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की दीदारगंज सीट से विधायक और राज्य विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव राजभर का 70 साल की उम्र में सोमवार रात लखनऊ के एक अस्पताल में निधन हो गया। राजभर के परिवारिक सूत्रों के मुताबिक, उन्हें सीने में परेशानी के बाद लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
राजभर के निधन से सियासी गलियारों में शोक की लहर है। जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राजभर के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
सियासी गलियारों में शोक
बसपा सुप्रीमो मायावती ने दिग्गज नेता सुखदेव राजभर के निधन पर दुख जाहिर करते हुए उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
यूपी में बीएसपी की रही गठबंधन सरकारों में मंत्री व 2007 में बीएसपी की बनी पहली पूर्ण बहुमत की सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे श्री सुखदेव राजभर जी के निधन की खबर अति-दुखद। उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना।
— Mayawati (@Mayawati) October 19, 2021
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राजभर के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा कि, ‘‘अत्यंत दु:खद! यूपी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ राजनेता सुखदेव राजभर का निधन अपूरणीय क्षति। शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना, दिवंगत आत्मा को शांति दे भगवान! ‘सामाजिक न्याय’ को समर्पित आप का राजनीतिक जीवन सदैव प्रेरणा देता रहेगा।’’
अत्यंत दु:खद!
यूपी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ राजनेता श्री सुखदेव राजभर जी का निधन अपूरणीय क्षति।
शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना, दिवंगत आत्मा को शांति दे भगवान!
‘सामाजिक न्याय’ को समर्पित आप का राजनीतिक जीवन सदैव प्रेरणा देता रहेगा।
विनम्र श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/DbHm2Wh5OE
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 18, 2021
इसी क्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
सीएम योगी ने राजभर के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि राजभर एक वरिष्ठ जन प्रतिनिधि थे और उन्हें संसदीय नियमों तथा परंपराओं की गहन जानकारी थी। राजभर निर्धन और कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहे।
उत्तर प्रदेश विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष एवं माननीय विधायक श्री सुखदेव राजभर जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 18, 2021
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी ट्वीट कर कहा, ‘‘पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, विधायक सुखदेव राजभर के निधन का समाचार दु:खद है। आप वंचित समाज के लिए समर्पित रहे, आपका जाना समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है। परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।’’
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, विधायक श्री सुखदेव राजभर जी के निधन का समाचार दु:खद है। आप वंचित समाज के लिए समर्पित रहे, आपका जाना समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है। परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। pic.twitter.com/XPPlWsjI0q
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) October 18, 2021
राजभर का राजनीतिक सफर
राजभर लालगंज क्षेत्र से चार बार विधायक रहे। वह 1991 के विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक बने थे। वह 1993 में सपा-बसपा गठबंधन की सरकार में मंत्री बने। वह 1996 के चुनाव में भाजपा के नरेन्द्र सिंह से पराजित हो गए थे लेकिन बाद में उन्हें विधान परिषद सदस्य चुन लिया गया था।
राजभर 2002 और 2007 के विधानसभा चुनाव में फिर विजयी हुए थे। वह 2007 से 2012 तक तत्कालीन मायावती सरकार में प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष भी थे। लालगंज विधानसभा सीट सुरक्षित घोषित किए जाने के बाद उन्होंने 2012 में दीदारगंज क्षेत्र से चुनाव लड़ा मगर उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। 2017 में वह फिर से दीदारगंज सीट से चुनाव लड़े और जीत हासिल की। वह मायावती, कल्याण सिंह और मुलायम सिंह यादव नीत सरकारों में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके थे।