भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का 14 नवंबर जन्म दिवस होता है। इसी दिन को “बाल दिवस” के रुप में मनाया जाता है यह दिन बच्चों के लिए सबसे खास दिन माना जाता है। बच्चे जवाहरलाल नेहरू को प्यार से चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे। वहीं, उनका भी बच्चों के प्रति काफी प्रेम था। चाचा नेहरू ने अपनी पूरी जिंदगी, बच्चों को काफी प्रेम किया इसलिए अब हर साल इस दिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बच्चों को उनकी शिक्षा के बारे में जागरूक करने और उनके अधिकारों के प्रति उन्हें बताने के लिए ये दिन मनाया जाता है।
बाल दिवस पहले 20 नवंबर को मनाया जाता था
चाचा नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1989 को हुआ था, और वे बच्चों को राष्ट्र की असली ताकत और समाज की नींव मनाते थे। साल 1956 से भारत में बाल दिवस मनाया जा रहा है। हालांकि, ये पहले 20 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद से इस तारीख को 14 नवंबर कर दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि चाचा नेहरू को बच्चों से बेहद प्रेम था।
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर उन्हें रविवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, “पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।”
Tributes to Pandit Jawaharlal Nehru Ji on his birth anniversary.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 14, 2021
कांगेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नेहरू के कथन ट्वीट करते हुए लिखा,‘‘ हमें जो चाहिए वह है शांति की पीढ़ी’’ को साझा किया और कहा भारत के पहले प्रधानमंत्री को याद कर रहा हूं जो सच्चाई, एकता और शांति को बेहद महत्व देते थे।
“What we need is a generation of peace.”
– Pandit Jawaharlal NehruRemembering India’s first Prime Minister who greatly valued truth, unity and peace. pic.twitter.com/h89MpL39Ph
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 14, 2021
इस दिन को स्कूलों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता हैं स्कूलों में ‘चाचा नेहरु’ की याद में प्रर्दशनी का आयोजन किया जाता है।