आरएसएस सदस्य की हत्या: भाजपा ने राज्यपाल से की एनआईए जांच की मांग

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दक्षिण भारत Updated On :

तिरुवनंतपुरम। केरल के पलक्कड़ जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक युवा सदस्य की हत्या के एक दिन बाद, प्रदेश भाजपा ने मंगलवार को यहां राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की और मामले को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंपने का अनुरोध किया।

भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि इस दिनदहाड़े हत्या के पीछे इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ताओं का हाथ है और उन्हें राज्य की सरकार का समर्थन हासिल है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने यहां राजभवन में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की और इस संबंध में एक ज्ञापन दिया। सुरेंद्रन ने कहा कि राज्य में कानून के शासन को बनाए रखने और आम आदमी के जीवन एवं संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्यपाल का हस्तक्षेप अपरिहार्य है।

सुरेंद्रन ने कहा, ‘‘मैं महामहिम से राज्य सरकार को इस मामले को एनआईए को सौंपने का निर्देश देने का आग्रह करता हूं।’’ पुलिस ने कहा कि 27 वर्षीय संजीत की सोमवार सुबह उसकी पत्नी के सामने हत्या कर दी गई।

सुरेंद्रन ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ‘‘बहुत स्पष्ट’’ है कि ‘‘सुनियोजित हत्या’’ के पीछे ‘‘विशेष रूप से प्रशिक्षित’’ हमलावर थे। उन्होंने कहा कि एसडीपीआई 2020 से ही संजीत को निशाना बनाने की फिराक में था, लेकिन राज्य पुलिस उसे पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने में ‘‘बुरी तरह’’ से विफल रही और यह ‘आपराधिक लापरवाही’ के अलावा और कुछ नहीं था।

सुरेंद्रन ने सत्तारूढ़ माकपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यह राज अब उजागर हो गया है कि मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और इस्लामी आतंकवादी संगठनों की मिलीभगत है और उनका साझा लक्ष्य दक्षिणी राज्य में राष्ट्रवादी ताकतों का सफाया करना है।

सुरेंद्रन ने बाद में यहां संवाददाताओं से कहा कि पिछले 10 दिनों में राज्य में एसडीपीआई कार्यकर्ताओं ने आरएसएस के दो सदस्यों की हत्या कर दी।

उन्होंने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर एसडीपीआई की राजनीतिक रूप से मदद करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से बाधित हो गई है। पुलिस संजीत की हत्या के 24 घंटे बाद भी किसी को गिरफ्तार करने में विफल रही है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल ने इस मामले में हस्तक्षेप करने का आश्वासन दिया है।



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