सियोल। दक्षिण कोरिया के दक्षिणी क्षेत्र में मंगलवार को आए भीषण चक्रवात के कारण तीन फुट बारिश हुई, सड़कें नष्ट हो गईं और बिजली के तार क्षतिग्रस्त होने से 66 हजार घरों की बिजली चली चली गई।
इसके साथ ही चक्रवात ‘हिनामनोर’ से बचने के लिए हजारों लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।
चक्रवात के कारण 133 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और जेजु द्वीप पार भारी तबाही हुई। इसके बाद चक्रवात उत्तर पूर्व की ओर बढ़ गया जिसके चलते आने वाले दिनों में पूर्वी चीन में इसका असर देखने को मिलेगा।
दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने बाढ़, भूस्खलन और ऊंची समुद्री लहरें उठने की चेतावनी जारी की है।
चक्रवात के कारण अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री हान दुक सू ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ‘हिनामनोर’ जैसा तूफान इतिहास में कभी नहीं आया।
फोहांग में पोस्को द्वारा संचालित विशाल इस्पात संयंत्र में आग लगने की खबर है लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्या यह आग चक्रवात के कारण लगी।