लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय लखनऊ में आज भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एवं 1857 के स्वाधीनता संग्राम की नायिका झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयन्ती पर पुष्पांजलि एवं गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कांग्रेसजनों द्वारा आयरन लेडी इंदिरा गांधी एवं झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को याद करते हुए उन्हें अपनी पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने कहा कि आज देश को इंदिरा गांधी जैसे नेतृत्व की आवश्यकता है, जिससे देश को मजबूत एवं सशक्त बनाया जा सके। उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों द्वारा तरह-तरह की भ्रांतियां एवं भ्रम फैलाने का प्रयास किया जा रहा है, हमें इससे डरने की आवश्यकता नहीं है। देश को बचाने और बनाने की जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी की है। आज हमें इंदिरा गांधी जी के हिमालय जैसी दृढ़ संकल्पित सोच और रानी लक्ष्मीबाई जी के साहस एवं वीरता से सीख लेकर विपक्षी दलों का पूरी ताकत के साथ मुकाबला करने की आवश्यकता है।
पूर्व मंत्री राजबहादुर ने कहा कि इंदिरा गांधी जी के नेतृत्व में दूरदर्शिता, अनुशासन, मेहनत और लगन कूट-कूट कर भरी हुई थी, जिससे हम सभी कांग्रेसजनों को आज के परिवेश में प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
पूर्व विधायक इंदल रावत ने कहा कि इंदिरा जी कहती थी कि जिस दिन संघ के लोग सत्ता में बैठ जायेंगे उस दिन देश के संस्थान बिक जायेंगे, शिक्षण संस्थान बर्बाद हो जायेंगे, किसानों की अन्देखी होगी आज वही हो रहा है। हमें चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा तभी हम सत्ता में बैठे देश के लुटेरे अंग्रेजों को सत्ता से बाहर कर सकते हैं।
इस अवसर पर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के महासचिव (प्रभारी-प्रशासन) दिनेश सिंह ने कहा कि इंदिरा गांधी ने यह जानते हुए भी कि उनकी सुरक्षा में वे लोग लगे हुए हैं जो उनकी हत्या तक कर सकते हैं, उन्होंने इसकी परवाह किये बगैर उन्हें अपनी सुरक्षा में बनाये रखा, जो उनकी धर्मनिरपेक्षता के प्रति अटूट आस्था और उदार हृदयता को दर्शाता है।
इंदिरा गांधी जी को याद करते हुए उप्र कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ सीपी राय ने कहा कि 1942 में भारत छोड़ो आन्दोलन हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा आन्दोलन रहा, जिसमें काफी दिनों तक वे जेल में रहीं। नेहरू जी के निधन के उपरान्त उन्हें सदन में जाने का मौका मिला और सत्ता में आने पर गूंगी गुड़िया कहलाने वाली इंदिरा जी ने जहां एक ओर देशी राजाओं के प्रिवीपर्स को समाप्त किया वहीं गरीबी हटाओ जैसा आन्दोलन चलाकर विपक्षियों को दिखा दिया कि उनमें कितना साहस और आत्मविश्वास हैं।
1971 में उन्होंने पाकिस्तान के दो हिस्से करके विश्व के इतिहास एवं भूगोल तक को बदल डाला। बेल्छी कांड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बरसात का मौसम और नदी में उफान के बावजूद हाथी की पीठ पर सवार होकर वे किस प्रकार इस हत्या काण्ड के पीड़ितों से मिलने वहां पहुंची। उन्होंने कहा कि इंदिरा जी लहरों को बदल देने वाली आयरन लेडी थी, जिनके साहस से हमें आज सीख लेने की आवश्यकता है।
संगोष्ठी को पूर्व विधायक सतीश अजमानी, अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम, सूचना का अधिकार विभाग के चेयरमैन पुष्पेन्द्र श्रीवास्तव आदि ने भी सम्बोधित किया।