हरदोई में अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने पर बवाल, दो गुटों में हुई जमकर मारपीट और पत्थरबाजी


उत्तर प्रदेश के हरदोई में अराजक तत्वों ने भीमराव अंबेडकर और बुद्ध की क्षतिग्रस्त कर दी। इसके बाद दो पक्षों में जमकर बवाल हुआ। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस के सामने भी लोगों ने खूब पथराव किया गया। इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। मामला इतना बढ़ गया था कि पुलिसकर्मी भी खुद का बचाव करते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने कहा कि बुद्ध प्रतिमा पहले से खण्डित थी। काफी समझाने के बाद दोनों पक्ष मान गए हैं। इस मामले में तहरीर लेकर कार्रवाई की जा रही है। तनाव को देखते हुए गांव में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।

बताया जा रहा है कि हरदोई के बेहटा गोकुल थाना क्षेत्र के ग्राम सुरजीपुर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से अंबेडकर और गौतम बुद्ध की मूर्तियों पर पत्थरबाजी हुई, जिससे मूर्तियों को नुकसान हुआ है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और इलाके में तनाव फैल गया। लोगों ने आरोप लगाया कि कि य कृत्य सोच समझकर किया गया है ताकि जातीय तनाव भड़काया जा सके। सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल गांव में तैनात कर दिया गया है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।

घटना की गंभीरता को देखते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के साथ पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन इस दौरान भी लोगों ने जमकर हंगामा किया। स्थानीय लोग पुलिस पर भी पथराव करते हुए दिखाई दिए, जिसमें पुलिस भी खुद को बचाने के लिए भागती नजर आई। ऐसे में तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले को शांत किया गया।

अपर पुलिस अधीक्षक मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया कि थाना बेहटा गोकुल के सूरजीपुर गांव में कल दो पक्षों में कहासुनी हो गई थी। उसी को लेकर दोनों पक्षों में फिर से विवाद हो गया। इसमें एक पक्ष का आरोप है कि महात्मा बुद्ध की प्रतिमा को दूसरे पक्ष द्वारा खंडित की गई है, लेकिन ये असत्य है। प्रतिमा पहले से ही खंडित थी, जिसकी फोटोग्राफ पूर्व की उपलब्ध है और दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि पहले से खंडित थी।

उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा दोनों पक्षों की तरफ से एक तहरीर प्राप्त करके वैधानिक कार्रवाई की जा रही है, यहां पर पर्याप्त फोर्स मौजूद है और दोनों पक्षों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस द्वारा दृष्टि रखी जा रही है।



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