शिवाजी कॉलेज ने फ्रेशर्स 2025 के स्वागत के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया

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दिल्ली Updated On :

नई दिल्ली। 1961 में स्थापित, शिवाजी कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रमुख संस्थानों में से एक है। नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के उपलक्ष्य में, शिवाजी कॉलेज ने 1 अगस्त 2025 को सुबह 10:00 बजे कॉलेज के सभागार में प्रथम वर्ष के छात्रों के स्वागत हेतु एक गर्मजोशी भरा और जीवंत ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया।

इस अवसर की मुख्य अतिथि डॉ. गरिमा तिवारी, सहायक पुलिस आयुक्त, तिलक नगर उपमंडल रहीं। अपने संबोधन में डॉ. तिवारी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन का उदाहरण देते हुए जीवन मूल्यों की महत्ता और एक विशिष्ट पहचान के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया।

इस कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाया चेयरपर्सन प्रो. बिंध्य वासिनी पांडे की उपस्थिति ने, जिनका सतत मार्गदर्शन और समर्थन संस्थान की प्रगति में सहायक रहा है। शिवाजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. वीरेंद्र भारद्वाज ने छात्रों को आत्मीय संबोधन के साथ स्वागत किया और आने वाले वर्षों के लिए एक सकारात्मक और समावेशी वातावरण की नींव रखी। उन्होंने कॉलेज की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया और 2024 की NIRF रैंकिंग में 49वां स्थान प्राप्त करने के लिए स्टाफ के प्रयासों को श्रेय दिया। वहीं इंडिया टुडे 2025 रैंकिंग में कॉलेज ने राष्ट्रीय स्तर पर वाणिज्य में 23वां, मानविकी में 36वां और विज्ञान में 32वां स्थान प्राप्त कर अपनी साख को और भी मजबूत किया। स्नातक स्तर पर हिंदी पाठ्यक्रम प्रदान करने वाले कॉलेजों में शिवाजी कॉलेज अखिल भारतीय स्तर पर 8वें स्थान पर है।

ओरिएंटेशन के दौरान छात्रों को कॉलेज की विभिन्न शैक्षणिक एवं सह-पाठ्यक्रम समितियों से परिचित कराया गया, जो छात्रों को कॉलेज जीवन में सहज रूप से सम्मिलित करने और समग्र विकास में सहायक होती हैं।

उपस्थित छात्रों को कॉलेज द्वारा प्रदान की जाने वाली प्लेसमेंट और उद्यमिता के अवसरों की भी जानकारी दी गई, जो उन्हें करियर-उन्मुख बनाने और भावी नवाचारियों को पोषित करने की दिशा में कॉलेज की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साथ ही, नवस्थापित कौशल केंद्र के बारे में जानकारी दी गई, जो कौशल-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया है।

कॉलेज ने अपनी छात्र-प्रथम नीति को दोहराते हुए रैगिंग के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति को पुनः स्पष्ट किया, जिससे शिवाजी कॉलेज एक सुरक्षित, समावेशी और रैगिंग-मुक्त परिसर बना रहे।

प्रो. तेजबीर सिंह राणा (उप-प्राचार्य), डॉ. प्रीति तिवारी एवं अन्य संकाय सदस्यों ने छात्र जीवन के विभिन्न पहलुओं पर बात की, जिसमें अनुशासन का महत्व विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा।

प्रो. दीपिका यादव, सांस्कृतिक समिति की संयोजक ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

मुख्य ओरिएंटेशन कार्यक्रम के उपरांत, विभागीय सत्र आयोजित किए गए, जिनमें छात्रों ने अपने विभागों और पाठ्यक्रमों से संबंधित शिक्षकों से मुलाकात की और उनके शैक्षणिक मार्गदर्शन की रूपरेखा से अवगत हुए।

ओरिएंटेशन कार्यक्रम 2025 छात्रों और संस्थान दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण नई शुरुआत का प्रतीक बना, जो अवसरों, शिक्षा और विकास से परिपूर्ण एक यात्रा की शुरुआत है।



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