कुलगाम में 7वें दिन भी मुठभेड़, सेना का आतंकवादियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन जारी

नागरिक न्यूज नागरिक न्यूज
जम्मू-कश्मीर Updated On :

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवाद विरोधी अभियान अब 7वें दिन भी जारी है। गुरुवार को हुई मुठभेड़ में 3 सुरक्षा बल के जवान घायल हो गए। अधिकारियों के मुताबिक, यह इस साल का अब तक का सबसे लंबा ऑपरेशन है।

जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रमुख नलिन प्रभात ने खुद जाकर अभियान स्थल का निरीक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया। वहीं, आर्मी के नॉर्दर्न कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतिक शर्मा ने भी दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था और आतंकवाद विरोधी तंत्र की समीक्षा की। उन्होंने जवानों के हौसले और काम करने के तरीके की जमकर तारीफ की।

अधिकारियों के मुताबिक, गुरुवार सुबह हुई मुठभेड़ में 3 जवान घायल हुए हैं, जबकि अब तक इस अभियान में कुल 7 जवान घायल हो चुके हैं। सुरक्षा बल आतंकवादियों का पता लगाने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर समेत सभी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

यह मुठभेड़ उस वक्त शुरू हुई थी जब सुरक्षा बलों को दक्षिण कश्मीर के अखल जंगल क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की खास खुफिया सूचना मिली। इसके बाद घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू हुआ।

शुक्रवार को दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हुई, लेकिन रात को फायरिंग रोकी गई। शनिवार को फिर से मुठभेड़ शुरू हुई जिसमें दो आतंकवादी मारे गए। अभी उनके समूह और पहचान का पता नहीं चल पाया है।

सुरक्षा बलों ने घेराबंदी कड़ी कर दी है और अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं ताकि ऑपरेशन सफल रहे। पुलिस प्रमुख नलिन प्रभात के साथ पुलिस उप महानिरीक्षक कश्मीर वीके बिरदी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी कुलगाम में मौजूद हैं। उन्होंने मौके पर चल रहे अभियान, रणनीतियों और जवानों की तैनाती की जानकारी ली।

आर्मी कमांडर नॉर्दर्न कमांड लेफ्टिनेंट जनरल प्रतिक शर्मा ने ट्विटर (अब एक्स) पर जवानों की मेहनत और धैर्य की सराहना करते हुए कहा कि उनकी प्रतिबद्धता से क्षेत्र में शांति और सुरक्षा मजबूत हो रही है। उन्होंने सभी जवानों को धन्यवाद दिया कि वे अपने फर्ज को निभाते हुए पूरी ताकत से काम कर रहे हैं।

यह अभियान कश्मीर घाटी में इस साल अब तक का सबसे लंबा आतंकवाद विरोधी अभियान है। कुलगाम में सुरक्षा बल लगातार आतंकवादियों को पकड़ने और क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए मेहनत कर रहे हैं।

अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा बल कठिन इलाके में ड्रोन, हेलीकॉप्टर और अन्य तकनीकों का उपयोग कर आतंकवादियों का पता लगाने में लगे हैं। मुठभेड़ जारी है और जवानों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।



Related