
यूपी के देवरिया में पुलिस ने कथित अवैध धर्मान्तरण के मामले में फरार आरोपी उस्मान गनी को सोमवार को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया।पुलिस ने उसके खिलाफ छेड़खानी और साइबरक्राइम का मामला भी दर्ज किया है।
पुलिस को जब उसके बारे में सटीक सूचना मिली तो एसओजी और पुलिस टीम ने गिरफ्तारी के लिए संयुक्त ऑपरेशन चलाया। पुलिस ने एक महिला की शिकायत के आधार पर उस्मान के खिलाफ मामला दर्ज किया था।जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू हई।
एसपी विक्रांत वीर के मुताबिक उस्मान गनी को लखनऊ के कमता ओवरब्रिज के नीचे से पकड़ा गया। 7 सितंबर को कोतवाली थाना देवरिया में एक महिला की शिकायत पर दर्ज करवाई थी। इसमें मारपीट, उत्तर प्रदेश अवैध धर्मांतरण निषेध अधिनियम की धारा 3 और 5(1), तथा आईटी एक्ट की धारा 67(ए) के तहत केस दर्ज हुआ।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान गनी ने मामले में अपनी संलिप्तता कबूल ली। पुलिस ने बताया कि इसी मामले में खुखुंदू क्षेत्र के एक अन्य आरोपी गौहर अली को पहले ही गिरफ्तार कर जिला जेल भेज दिया गया है। जबकि उस्मान गनी की पत्नी तारन्नुम जहां फरार है, उसके लिए पुलिस टीम गिरफ्तारी के लिए लगी है।
एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि टिप-ऑफ के आधार पर लखनऊ में छापेमारी की गई, जहां गनी छिपा हुआ था। अवैध धर्मांतरण के इस मामले में पीड़िता ने शिकायत की थी कि आरोपी उसे जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा छेड़खानी और साइबरक्राइम के आरोपों से मामला और गंभीर हो गया है। पुलिस का कहना है कि गनी का मोडस ऑपरेंडी सोशल मीडिया के जरिए लोगों को लुभाना था, जो अवैध धर्मांतरण के कई मामलों में आम है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अवैध धार्मिक धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून लागू है, यही नहीं इसके तहत कई गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं। पिछले दिनों पुलिस ने कई रैकेट्स का पर्दाफाश किया है, जिसमें लव जिहाद और रैडिकलाइजेशन के तत्व शामिल पाए गए।