दिल्ली में दिवाली के दौरान बड़ी संख्या में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। दिवाली पर सोमवार, 20 अक्टूबर की रात 12.00 बजे तक आग लगने की कुल 269 कॉल फायर डिपार्टमेंट के पास आई थीं। यह आंकड़ा अगले 6 घंटे में 400 पार कर गया। यानी मंगलवार, 21 अक्तूबर की सुबह 6.00 बजे तक मदद मांगने के लिए अग्निशमन विभाग के पास लगभग 400 फोन आए हैं।
दिल्ली के सभी अग्निशमन केंद्रों पर रात भर दमकलकर्मी तैनात रहे। फायर डिपार्टमेंट की ओर से बताया गया कि सभी कॉल्स पर तुरंत कार्रवाई की गई है।
इससे पहले सोमवार रात 11:30 बजे तक हादसों का आंकड़ा 170 के करीब था, जिसमें ज्यादातर आग पटाखों से लगी थी। उधर नरेला इंडस्ट्रियल इलाके में एक जूता फैक्ट्री और कार्ड फैक्ट्री में भीषण आग ला गई। दोनों जगह 30 से जयादा दमकल गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। कहीं भी जनहानि की सूचना नहीं है। नुकसान का आंकलन मंगलवार सुबह तक होने का अनुमान है।
दमकल अधिकारियों के मुताबिक ज्यादातरफायर कॉल आवासीय इलाकों से थीं, जहाँ पटाखों के कारण हल्का या मध्यम नुकसान हुआ है। फायर टीमें लगातर सक्रिय हैं। हर कॉल अटेंड करने की कोशिश है।
फायर ऑफिसर एसके दुआ ने बताया कि दिल्ली फायर सर्विस को भोरगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया फेज 2, नरेला में कार्डबोर्ड फैक्ट्री में आग लगने की सूचना मिली। 26 फायर टेंडर मौके पर तैनात हैं। आग को नियंत्रित कर लिया गया है। इसके अलावा एक जूते की फैक्ट्री में भी आग की सूचना है। आग बुझाने के लिए 16 फायर टेंडर भेजे गए। आग पर काबू कर लिया किया गया। शुरूआती जांच में शार्ट सर्किट से आग लगने का कारण बताया गया है। कहीं भी कोई जनहानि नहीं हुई है।
दिल्ली फायर सर्विस के मुताबिक सोमवार देर रात तक कॉल्स को अटेंड करने के लिए टीमें तत्पर रहीं। लोगों को जागरूक किया गया था कि आतिशबाजी सावधानी पूर्वक करें और ग्रीन पटाखों का उपयोग करें। लेकिन बावजूद उसके घटनाएं बढीं। मंगलवार सुबह तक पूरा रिकॉर्ड पता चलेगा कि दिवाली की रात कितनी घटनाएँ हुईं हैं। अभी तक कहीं कोई जनहानि का नुकसान की सूचना नहीं है ये राहत की बात है।
इसके साथ ही दिवाली पर पटाखों के धुंए और प्रदूषण के कारण दिल्ली का AQI भी बिगड़ गया है। जिसके लिए मौसम विभाग ने अलर जारी किया है।
