कर्नाटक में मुख्यमंत्री का पद सुर्खियों में है। राज्य में कांग्रेस के सिद्दारमैया फिलहाल मुख्यमंत्री बने हुए हैं। इस बीच प्रदेश में सीएम बदलने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। अटकलें हैं कि सिद्दारमैया को सीएम पद से हटाया जा सकता है। सिद्दारमैया की जगह डीके शिवकुमार को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। अब इन सभी अटकलों को लेकर दिल्ली के कांग्रेस नेता और पूर्व सासंद संदीप दीक्षित की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि यह फैसला हाईकमान के ऊपर निर्भर करता है।
संदीप दीक्षित ने कहा, “बीजेपी अपने मन ही मन खुश हो ले। कर्नाटक में हम लोगों का पक्ष क्लियर है। अगर कोई नेतृत्व बदलाव होता है तो विधायक और हाईकमान तय करता है।” उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी की तरह नहीं कि पांच-पांच, छह-छह मुख्यमंत्री बदल जाते हैं।”
संदीप दीक्षित ने बताया कि गुजरात में पता नहीं चलता कि छह महीने बाद कौन रहेगा? उत्तराखंड में बदल जाते हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में जीता जाता है, लेकिन लीडरशिप में मोहन यादव बन जाते हैं।
दीक्षित ने बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा, “बीजेपी क्या लोकतंत्र है, क्या विधायकों का कहना है और किसे बनाना चाहिए उस पर सीख न दे।” कर्नाटक में चल रही अटकलों पर बोलते हुए कहा कि राज्य में हमारे दोनों सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार बड़े नेता हैं।
उन्होंने कहा कि पहले भी किसी भी राज्य में इस तरह का कोई भी इश्यू अगर बनता है तो वह पार्टी हाईकमान तय करता है। उन्होंने आगे कहा कि क्योंकि कैबिनेट में फेरबदल होना है, जो मुख्यमंत्री ने ऐलान किया है। ऐसे में स्वाभाविक है कि लोग कोशिश करेंगे अपने-अपने लोगों को उसमें डालने की।
वहीं, डीके शिवकुमार ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि पार्टी कर्नाटक में सत्ता में बनी रहे और 2029 के लोकसभा चुनावों के बाद राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनें।” पार्टी नेताओं द्वारा बुलाई गई रात्रिभोज बैठक के रद्द होने पर उन्होंने कहा कि यह अच्छा हुआ, “वरना गलत संदेश जाता।”
शिवकुमार ने दावा किया कि उन्हें उन विधायकों की जानकारी नहीं है जो उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए दिल्ली जाकर कथित तौर पर समर्थन जता रहे हैं। उन्होंने कहा, “वे (विधायक) मंत्री पद के आकांक्षी हैं और मुख्यमंत्री द्वारा फेरबदल की बात कहने के बाद प्रयास कर रहे हैं।
