वैकल्पिक राजनीति का सपना तो उस वक्त ही मर गया था। लेकिन एक राजनीतिक विकल्प के रूप में ‘आप’ बनी रही और मजबूत भी हुई। भ्रष्टाचार विरोधी आदर्शवाद को छोड़कर अब पार्टी ने…
कोरोना महामारी के बाद से पहले की तुलना में देश में खेती-बाड़ी पर निर्भर आबादी बढ़ गई है। लेकिन बजट के आंकड़े देखने के बाद ऐसा लगा मानो सरकार इस इंजन से उम्मीद…
भारत सरकार के अनुसार एक मजदूर की औसत दिहाड़ी महज 433 रुपए है। क्या आठवें वेतन आयोग में सरकारी कर्मचारी के न्यूनतम वेतन को सरकार द्वारा तय किए जाने वाले न्यूनतम वेतन से…
सवाल यह था कि चुनाव आयोग द्वारा मतदान वाले दिन शाम को दिए गए और अंतिम मतदान के आंकड़ों में इतना अंतर क्यों है, मतदान के अंतिम आंकड़े इतनी देरी से और वो…
पिछले कई दशकों से राष्ट्रीय सैंपल सर्वेक्षण संगठन लोगों से उनके दैनंदिन रसोई के खर्च से लेकर कपड़े, शिक्षा और अस्पताल या मनोरंजन जैसे हर छोटे-बड़े खर्चे की सूचना के आधार पर प्रति…
जब वे प्रधानमंत्री के पद पर आसीन थे, उनके नेतृत्व पर तमाम आक्षेप हुए। उन्हें प्रॉक्सी नेता या मुखौटा बताया गया। उनके समर्थक कह सकते हैं कि ऐसे पद पर आसीन कोई भी…
संविधान के सवाल को संविधान नामक दस्तावेज तक सीमित करना ठीक नहीं। संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं है। यह एक दर्शन है, भारत के भविष्य का एक खाका है। संविधान बचाओ के नारे…
किसान आंदोलन एक बार फिर उभार पर है। पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनीतिक) के बैनर तले किसान फिर धरना लगाकर बैठे हैं। मांगें वही हैं जो दिल्ली मोर्चा के…
मुझे याद है 1994 में जब मुझे जर्मनी के चुनाव देखने का मौका मिला, तब आंखों में चुभा था कि वहां सड़कों पर, बाजार में, होटल में और यहां तक कि अखबार के…
पहले मामला अयोध्या की बाबरी मस्जिद तक सीमित था। फिर बताया गया कि अयोध्या तो सिर्फ़ झांकी थी और काशी की ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद का मामला उठा।
मुझे याद है जब मैं कॉलेज-यूनिवर्सिटी में पढ़ता था, लोहिया के समाजवाद में दीक्षा ले रहा था और दलित-आदिवासी आरक्षण का समर्थक था, तब तक मंडल कमीशन लागू नहीं हुआ था और मेरे स्वजातीय लोगों…
अगर संसदीय विपक्ष और सड़क पर चल रहे प्रतिरोधों में जुगलबंदी हो जाए तो यह भी संभव है कि या तो सरकार को जनता के सामने झुकना पड़ेगा, या फिर पांच साल से…
आयोग ने यह हास्यास्पद तर्क भी दिया कि चूंकि हर बूथ की वोटर लिस्ट हर मान्यता प्राप्त पार्टी के पास होती है, इसलिए चुनाव आयोग को निर्वाचन क्षेत्र के कुल मतदाताओं की संख्या जारी…
बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी का गठबंधन न होने, मुस्लिम वोट के बिखराव की संभावना और संदेशखाली जैसी घटनाओं के चलते भाजपा को बड़े घाटे की संभावना से उबरने का मौका मिला है।…
प्रदेश के सैंकड़ों साधारण वोटरों से हुई इस बातचीत के आधार पर एक बात तो बिल्कुल साफ है कि उत्तर प्रदेश में इस चुनाव में परिवर्तन की हवा है। यानी कि 2019 की…
देश के किसानों की इन प्रमुख मांगों पर कुछ ठोस वादा करने की बजाय इस घोषणा पत्र के चार पन्नों में मोदी सरकार ने उन सब जुमलों को दोहराया है जिनके जरिए उसने…
हालांकि कांग्रेस का यह घोषणापत्र चुनाव से सिर्फ दस दिन पहले आया है लेकिन इस बार राजनीतिक समझदारी दिखाते हुए कांग्रेस ने ये सभी बड़ी घोषणाएं ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान चुनाव…
इस लेख में लोहिया पूरे भारतीय इतिहास की व्याख्या नहीं करते। उसके लिए उनकी इतिहास चक्र की अवधारणा को देखना होगा। लेकिन आधुनिक काल की व्याख्या करते हुए लोहिया याद दिलाते हैं कि…
कानूनी मर्यादा से बड़ा सवाल संवैधानिक मर्यादा का है। क्या हमारे देश का प्रधानमंत्री (या संवैधानिक पद पर आसीन कोई भी व्यक्ति) बतौर प्रधानमंत्री किसी धार्मिक अनुष्ठान का जजमान बन सकता है?
पिछले 63 साल में भारत का सफर हमें इंसाफ की डगर से बहुत दूर ले आया है। हम हर सवाल को अपने-पराए की नजर से देखते हैं अगर शिकार मेरे अपने धर्म या जाति का…
महात्मा गांधी का शहादत दिवस 30 जनवरी इस महीने के सभी सूत्रों को हमारे गणतंत्र से जोड़ता है। राम के भक्त की हिंदू उग्रवादी द्वारा हत्या राम के नाम पर चल रही समकालीन…
मेरी राजनीतिक दीक्षा गांधीवादी समाजवादी धारा में हुई, लेकिन आदर्श की राजनीति केवल इस धारा तक सीमित नहीं रही। आजादी से पहले की कांग्रेस और बाद में सोशलिस्ट, कम्युनिस्ट और जनसंघ में भी बेशुमार नेता…
हैट्रिक वाले मिथक की जांच के लिए इतिहास की समीक्षा जरूरी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव के कुछ ही महीनों में लोकसभा का चुनाव पिछले 2 दशक से चला आ रहा है। पिछली…
इस घटना के बारे में आए अनेक वीडियो और प्रमाण भी देखता रहा हूं, मीडिया और निहित स्वार्थों द्वारा फैलाए प्रोपेगंडा को भी सुनता रहा हूं। कुल मिलाकर देश के सामने अद्र्धसत्य से…
शिशिर डेबनाथ, सौरभ पॉल और कोमल सरीन ने अपने शोध में एक बड़े सवाल को केंद्र में रखा है। क्या शराबबंदी से महिलाओं पर होने वाली हिंसा में कमी होती है? इस संबंध…