सबसे ज़्यादा मानसिक कष्ट में भाजपा के उम्मीदवार को माना जा सकता है कि वह दिल्ली पहुंचकर मुंह कैसे दिखाएंगा कि किसे और कितने मतों हराकर संसद में पहुंचा है !
किसी से छुपा नहीं रह गया है कि गांधी को मारने का काम उनके स्थान पर सावरकर की प्राण प्रतिष्ठा करने के लिए हो रहा है। निश्चित ही गांधी और सावरकर एकसाथ नहीं…
दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में 31 मार्च को हुई विपक्षी गठबंधन की विशाल रैली में राहुल गांधी ने कहा था भाजपा अगर चुनावों में जीतकर संविधान बदलती है तो देश में आग…
केजरीवाल को अहंकार हो गया था कि मोदी को सत्ता से हटाने की क्षमता भी सिर्फ़ उनमें ही है। कांग्रेस से समझौते से पहले ‘आप’ नेता ने पिछले दिनों यहां तक दावा कर…
प्रधानमंत्री और भाजपा के चुनावी रणनीतिकारों ने सोचा नहीं होगा कि कमलनाथ प्रसंग से पार्टी की छवि को अंदर और बाहर दोनों ओर से इतना बड़ा धक्का लगेगा ! इतनी थू-थू के लिए…
मुड़कर देखा जाना चाहिए कि राम लला के लिए हज़ारों करोड़ की लागत से बने भव्य मंदिर के परिसर में बैरिकेड्स के पीछे शांत भाव से सजे-धजे और मूक बने बैठे वे सात-आठ…
संदेह होता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को योजनाबद्ध तरीक़े से एक राष्ट्रीय उत्सव में इसीलिए तो नहीं तब्दील किया जा रहा है कि राहुल गांधी की…
सांसदों के निलंबन की कार्रवाई बताती है कि सत्तारूढ़ दल को न सिर्फ़ जनता की ओर से न्यायोचित माँगें उठाने वाले सदस्यों की ज़रूरत नहीं बची, उसका एजेंडा उस जनता के बिना भी…
कांग्रेस की पराजय पर हो रही आलोचना में दो तरह की अटकलें तलाशी जा सकतीं हैं : पहली यह कि तीन दिसंबर के नतीजों के बाद से मोदी ज़्यादा ताकतवर हो गए हैं।…
संघ की पूरी ताक़त के साथ-साथ पड़ौसी प्रदेशों से बुलाकर तैनात की गई कार्यकर्ताओं की फ़ौज चुनाव में झोंक दी गई। नौकरशाही को पार्टी के साथ ‘सहयोग’ नहीं करने के परिणाम के बारे…
विधानसभा चुनावों में भाजपा के धुआँधार प्रचार के दौरान देश की जनता ने प्रधानमंत्री के भाषणों में कांग्रेस के प्रति जिस तरह के क्रोध और वैचारिक हिंसा से भरे शब्दों से साक्षात्कार किया…
सवाल यह है कि आलाकमान (मोदी-शाह) अगर शिवराज का कोई ‘चुनाव जिताऊ विकल्प’ नौ सालों में नहीं खड़ा कर पाया है तो लोकसभा चुनावों के पहले चार महीनों में ऐसा क्या चमत्कार हो…
पीएम ने छत्तीसगढ़ की एक चुनावी सभा में योजना को पाँच और सालों के लिए बढ़ाने की घोषणा नवम्बर के पहले सप्ताह में ही कर दी। पीएम की घोषणा पर लाभार्थियों ने इसलिए…
भाजपा में ही एक तबके का सोच है कि एंटी-इंकम्बेंसी शिवराज सरकार के ख़िलाफ़ थी। उन्हें टिकिट नहीं दिया जाता तो भाजपा की भारी बहुमत से जीत सुनिश्चित थी। भाजपा आलाकमान द्वारा इतने…
प्रधानमंत्री को उनके अब तक के कार्यकाल में केवल दो अवसरों पर सबसे ज़्यादा चर्चा में रहते हुए पाया गया है। पहला तो तब जब वे देश के हितों को प्रभावित कर सकने…
लोकसभा में जो हुआ उससे स्पष्ट है कि राहुल गांधी ने 2024 को लेकर सरकार के तय एजेंडे को बदल दिया है और अपना एजेंडा उस पर थोप दिया है। वह एजेंडा अभी…
कांस्टेबल चेतन सिंह या तो ख़ुद ही भूल गया होगा कि उसने क्या अपराध किया है या उसके परिवार सहित जो ताक़तें उसे मानसिक रूप से विचलित, विक्षिप्त अथवा अवसाद-पीड़ित साबित करने में…
गांधी और सर्वोदय समाज के अधिकांश सेवक सिर्फ़ संस्थाएँ और उनकी ज़मीनें बचाना चाहते हैं, गांधी को नहीं ? वे संघ और भाजपा की भगवा सत्ता से इसलिए नहीं लड़ पाएँगे कि दोनों…
पंद्रह विपक्षी दलों की पटना बैठक देश की राजनीति में पिछले पाँच दशकों के दौरान हुई सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण घटना है। यह बैठक राहुल गांधी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक हुई चार…
बारह जून को प्रियंका गांधी ने मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी जबलपुर में 101 ब्राह्मणों के साथ प्रदेश की जीवन रेखा मां नर्मदा का पूजन कर कांग्रेस के चुनावी अभियान की शुरुआत की।…
राहुल गांधी का अमेरिका जाना ज़रूरी हो गया था। डॉ मनमोहन सिंह की 2009 में हुई राजकीय यात्रा के चौदह साल बाद नरेंद्र मोदी की होने वाली पहली राजकीय यात्रा और अमेरिकी संसद…
एक विश्व नागरिक के तौर पर क्या हम एक बीमार समाज में परिवर्तित होते जा रहे हैं ? सर्वाधिक आबादी के मामले में अब दुनिया के पहले नंबर के देश के लोग धरती…
कौन थे ऐसे नागरिक-सहयात्री जो कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ उस विमान में रायपुर तक यात्रा करने की जोखिम उठा रहे थे ?
राहुल प्रधानमंत्री को तो जनता के ‘मन की बात’ भी सुनने की चुनौती दे रहे हैं पर ख़ुद अपनी आधी यात्रा के बाद भी जनता के मन में उठ रहे सवाल का कोई…
जून 1974 में इलाहाबाद के टंडन पार्क में ‘सम्पूर्ण क्रांति’ आंदोलन के समर्थन में आयोजित हुई छात्रों की विशाल सभा में बहत्तर-वर्षीय जेपी ने मूसलाधार बरसात के बीच भी अपने उद्बोधन को जारी…