यदि कांग्रेस ने अपने आंतरिक चुनाव के लिए गांधी मसौदे की पालना तय कर ली होती तो तय मानिए कि आज किसी भी दल द्वारा जनप्रतिनिधि सभाओं हेतु टिकटों के बंटवारे के तौर-तरीके…
चारधाम सड़क परियोजना, चारधाम रेल प्रस्ताव, सम्मेद शिखर और अब गंगा विलास - तीर्थों को पर्यटकों के लिए खोलने का उत्साह पर्यावरणीय पैमाने पर खतरनाक साबित हो सकता है। क्या करें ? आइए,…
ज्योतिष्पीठ-आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार सनातनी पीठों में से एक पीठ है। ज्योतिष्पीठ एक दशक पूर्व से ही विचलित है। इस विचलन में विनाश की आशंका मौजूद है। इस आशंका को लेकर, पीठाधीश…
भारतीय ज्ञानपीठ ने हाल ही में अनुपम जी के व्याख्यानों को प्रकाशित किया है। पुस्तक का शीर्षक है - 'अच्छे विचारों का अकाल'। व्याख्यानों के चयन और प्रस्तुति ने बता दिया है कि अच्छे…
तारीख-पर-तारीख से ग़रीब ही नहीं, विभागों व विश्वविद्यालयों से लेकर कंपनियों के नुमाइंदे-कर्मचारी तक हैरान-परेशान हैं। खासकर, दीवानी मुक़दमों में फैसला पाने में पीड़ितों की एक पीढ़ी गुजर रही है। आखिर क्यों ?
आंकडे इसकी गवाही देते हैं। पिछले चार साल के आंकड़ों को देखें तो कुल 1660 दिनों में खराब हवा के दिन 1440 रहे। फिर भी क्या दिल्ली ने खद कोई ऐसी व्यापक पहल…
आम ज़िन्दगी में असल दिक्कतें तो स्कूल, अस्पताल, थाना, कचहरी, ब्लॉक व तहसीलों से जुड़ी होती हैं। जिस पार्टी का कार्यकर्ता इसमें जिसकी मदद करता है, वह वोटर उस कार्यकर्ता के साथ जुड़…
अनुभव कहते हैं कि पदयात्रायें बीज बिखेरने जैसा असर रखती हैं। बीज, मिट्टी के भीतर उतरेगा या नहीं ? बीज अंकुरित होगा या नहीं ? कब होगा ? ये सब उसके पर्यावरण में मौजूद हवा,…
परंपरागत बाढ़ क्षेत्रों में बाढ़ अनुकूल फसलों का ज्ञान व उपजाने में सहयोग देना। बादल फटने की घटना वाले संभावित इलाकों में जल संरचना ढांचों को पूरी तरह पुख्ता बनाना। यही उपाय हैं।…
देश की राजनीतिक चादर को यदि निर्मल बनाना है, तो इसके बीज बोने के लिए सबसे ऊर्वर खेत पंचायतें ही हो सकती हैं। पंचायती चुनाव उन सभी के लिए भी एक अवसर है,…
प्रधानमंत्री स्वामित्व पहल योजना 24 अप्रैल,2020 को शुरु हुई। इस योजना से गांव की आबादी की ज़मीन की सरकारी रिकॉर्ड में दर्जगी हो जाएगी। इसके लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। जैसे खेती…
हम भी याद रखें कि ग्रेट हिमालय को संस्कृत भाषा में ‘हिमाद्रि’ यानी आद्र हिमालय क्यों कहते है? हरिद्वार को ‘हरि के द्वार’ और उत्तराखण्ड को देवभूमि क्यों कहा गया? पूरे हिमक्षेत्र को…