राम मोहन राय अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
वे मार्क्सवादी नहीं थे, परंतु मार्क्सवाद से प्रभावित जरूर थे। गांधी जी के अनन्य प्रिय शिष्यों में एक होते हुए भी वे बापू की हर बात से सहमत हो, ऐसी बात न थी।…
कई लोग कहते है कि यह शहरों की बीमारी है और उन लोगों को लगती है जो मेहनत नहीं करते। वे तो देहात में रहते है। पूरा दिन मेहनत मशक्कत करते है। पशुओं…
नेपाल में भी माओवादी पार्टी या तो सत्ता में है अथवा अथवा सत्ता बनाने वालों में है। पूरी दुनिया यह मान रही है कि अमेरिका और चीन जैसे दो महादेशों के बीच खाई…
वैक्सीनशन का आलम यह है कि इसके प्रति जागरूकता में बहुत ही कमी है। अनपढ़ तो छोड़िए पढ़े-लिखे लोग भी स्वयं को टीका लगवाने में आगे नहीं आ रहे हैं।
आख़िरकार वे हमें विदा करने के लिए खड़ी हुईं अब हमारी भी झेंप खत्म हो चुकी थी। उन्होंने अपना आशीर्वाद देते हुए हमे गले लगाया, मैंने हिम्मत से अपनी टूटी फूटी पंजाबी में…
बाबा विनोबा की यात्रा की ही प्रेरणा थी कि उन्हें 40 लाख एकड़ जमीन भूदान में प्राप्त हुई, जिसे गरीब और भूमिहीनों में बांटा गया। स्वतंत्र भारत में यह पहला सफल सत्याग्रह था,…
धर्मपाल सैनी का जन्म 24 जून 1920 को जिला सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) के एक गांव में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा भी वहीं हुई परंतु अपनी युवावस्था में ही वे संत विनोबा भावे…
यह स्थल अब सत्याग्रह का प्रयोग स्थल है। शांतिपूर्ण अहिंसक आंदोलनकारी अपने-अपने स्थान पर डटे है। उन्हें न तो कोई गुस्सा है और न ही कोई मलाल। विरोधी के प्रति भी सद्भावना है।…
हर बार विनोबा का एक ही तरह का जवाब होता 'हां मैं हिन्दू भी हूं, मुसलमान भी हूं, ईसाई भी और सिख भी। कई लोग व्यंग्यात्मक पूछते कि क्या नास्तिक भी अथवा कम्युनिस्ट…