हिंदू राष्ट्र का स्वप्न तभी साकार हो सकता है जब मोदी जी निष्कंटक हो कर अपनी सरकार चलाते रहें। इसके लिए जरूरी है कि राहुल गांधी जैसे चुनौतीपूर्ण नेता की ऐसी लगाम कसी…
अंध भक्तों या चरम नस्लवादियों की इस हिंसात्मक हरक़त को पर्यवेक्षकों ने ‘विद्रोह’ या ‘कू’ या ‘इन्सुररेक्शन’ की संज्ञा दी है। 2012 में रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व राष्ट्रपति- उम्मीदवार मिट रोमनी ने कहा…
मेरी बगल की सीट पर कलकत्ता से प्रकाशित दैनिक स्टेट्समैन के रिपोर्टर सान्याल बैठे मिले। अनुभवों का आदान -प्रदान होने लगा। अपने अनुभव -विश्लेषण पर आधारित सान्याल की भविष्यवाणी करीब साढ़े तीन साल…
रामशरण जोशी उन चंद हिंदी पत्रकारों में से हैं जिन्होंने युद्ध क्षेत्र में रह कर सोनार बांग्लादेश की प्रसव पीड़ा को कवर किया था। 16 दिसंबर से यह देश अपने जन्म के पचासवें…
यदि वेपा श्याम राव उर्फ़ स्वामी अग्निवेश ढर्रावादी संत रहते तो क्या उन पर तर्कसंगत टिप्पणी करने की आज ज़रूरत होती ? बिल्कुल नहीं। केवल उनका महिमा मंडन होता। स्तुति गान होता। सही…