बिहार में बैनर युद्ध: “मारते रहे बस पलटी, नीतीश की हर बात कच्ची”

अमरनाथ झा
बिहार चुनाव 2020 Updated On :

बिहार में अभी गुमनाम बैनरों का युध्द चल रहा है। एक के जवाब में दूसरा बैनर आ रहा है जिनमें एक से बढ़कर एक मजाकिया टिप्पणियां की जा रही है। इनमें सबसे ताजा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के डीएनए में खोट होने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पांच साल पहले की टिप्पणी का उल्लेख है। यह वाकया पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान का है जब नीतीश कुमार ने एनडीए से अलग होकर राजद के साथ महागठबंधन में शामिल हो गए थे। इस बैनर में नीतीश कुमार के डीएनए में गड़बड़ है, के साथ अगली पंक्ति है- मारते रहे बस पलटी, नीतीश की हर बात कच्ची। बैनर पर उसके प्रायोजक का उल्लेख नहीं है। तब इसे बिहार का अपमान ठहराते हुए जदयू ने भाजपा के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया था।

यह बैनर सप्ताह पहले आए एक बैनर के जवाब में आया है जिसमें कहा गया था-एक ऐसा परिवार,जो बिहार पर भार। इस बैनर पर लालू यादव, राबड़ी देवी औऱ तेजस्वी यादव की तस्वीरें भी लगी थी। एक दूसरे बैनर में लालू परिवार को लूट एक्सप्रेस ठहराया गया था। उस चुनाव में जदयू-राजद और कांग्रेस का गठबंधन भाजपा को परास्त कर विजयी रही, पर जुलाई 2017 में उस गठबंधन को छोड़कर भाजपा के साथ सरकार बना ली।

जानकारी है कि इस तरह के बैनर-पोस्टर पूरे राज्य में लगे हैं। एनडीए और महागठबंधन के बीच इस बैनर-युध्द के चुनावों की घोषणा होने के बाद अधिक तेज होने की संभावना है। भाजपा के एक नेता के अनुसार पार्टी प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे और उनके पिछले छह साल की उपलब्धियों का प्रचार करेगी। साथ ही लालू-राबड़ी के जंगल-राज की याद दिलाने की कोशिश भी लगातार चलती रहेगी।

अभी तक भाजपा अपने बैनर-पोस्टरों में नीतीश कुमार को प्रस्तुत करती रही है। पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्पष्ट किया है कि एनडीए की तीनों पार्टियां नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रुप में प्रस्तुत करके चुनाव लड़ेगी। जदयू ने कहा है कि वह नीतीश कुमार के चोहरे को प्रस्तुत करेगी और विकास पुरुष के रुप में उनकी छवि को प्रचारित करेगी।

भाजपा ने राजद का मुकाबला करने में नब्बे के दशक से ही ब्रांड नीतीश को आगे बढ़ाया है। उसने नीतीश की स्वच्छ छवि को प्रचारित किया है। 2005 के चुनाव में उन्हें मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के रुप में पेश किया गया। इसका लाभ दोनों पार्टियों को मिला और लालू यादव की राजद को परास्त किया जा सका।