सारण। बिहार में चुनाव प्रचार जोरों पर है वहीं सभी दल एक दूसरे को घेरने में कोई मौक़ा हाथ से नहीं जाने दे रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के विवाह से जुड़ी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक पढ़ी लिखी लड़की के साथ हुआ व्यवहार सभी ने देखा तथा महिलाओं एवं लड़कियों के खिलाफ इस प्रकार का व्यवहार ‘‘अनुचित’’ है।
परसा सीट से चंद्रिका राय जदयू के उम्मीदवार हैं जिनकी पुत्री ऐश्वर्य राय का विवाह तेजप्रताप के साथ हुआ था। दोनों के रिश्ते आगे नहीं बढ़ पाये और फिलहाल यह मामला अदालत में है। इस वजह से दोनों परिवारों के बीच खराब हुए संबंधों के बाद चंद्रिका राय ने नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का दामन थाम लिया था। चंद्रिका राय ने पिछला चुनाव राजद के टिकट पर जीता था।
नीतीश कुमार ने यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, चंद्रिका राय को हम 1985 से जानते हैं, जब हम दोनों विधायक बने थे। आज इनके साथ जो व्यवहार हुआ है, हमको लगता है कि प्रकृति इसके बारे में जरूर ध्यान रखेगी।
ऐश्वर्य और तेजप्रताप की शादी से जुड़े घटनाक्रम के संदर्भ में कुमार ने हैरत जताते हुए कहा, ये कैसे हुआ, इतनी पढ़ी लिखी महिला है और इनके साथ जैसा व्यवहार हुआ, वह किसी को अच्छा नहीं लगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, शादी में तो हम भी गए थे, लेकिन बाद में जो दृश्य सामने आया, वह दृश्य किसी को अच्छा नहीं लगा। नीतीश ने कहा कि लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ इस तरह का व्यवहार कुछ लोगों को कुछ समय तक दिखायी नहीं देता है लेकिन भविष्य में दिखायी पड़ेगा कि लड़कियों और महिलाओं के साथ ऐसा काम कितना खराब होता है।
नीतीश कुमार ने हालांकि लालू प्रसाद का नाम नहीं लिया। परसा में मुख्यमंत्री की रैली के दौरान ऐश्वर्य राय भी मौजूद थी। ऐश्वर्य राय ने नीतीश कुमार के पांव छूकर आशीर्वाद लिया। ऐश्वर्य ने चुनाव सभा को संबोधित करते हुए कहा, मैं अपने पिता के लिए आप सभी लोगों से वोट मांगने आई हूं। यह परसा विधानसभा क्षेत्र के मान सम्मान की बात है।
उन्होंने मतदाताओं से उनके पिता को जिताने और नीतीश कुमार को फिर मुख्यमंत्री बनाने की अपील की। मुख्यमंत्री की सभा के दौरान पीछे खड़े कुछ लोगों ने शोर शराब भी किया। इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभा में मौजूद लोगों से कहा कि उन्हें पता है कि ये किसके इशारे पर आए है।
बिहार के मुख्यमंत्री ने विकास और महिलाओं के सशक्तिकरण के मुद्दे पर राजद नेता लालू प्रसाद पर परोक्ष प्रहार करते हुए कहा कि उन्होंने 15 वर्ष के राजद के शासनकाल में अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाने के अलावा महिलाओं के कल्याण के लिये कोई काम नहीं किया।
पूर्वी चंपारण के केसरिया और सारण के मढौरा में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा कि राजद को 15 साल काम करने का मौका मिला लेकिन उन्होंने किसी के लिये कुछ नहीं किया। नीतीश ने अपने भाषणों उनकी सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिये किये गए कार्यो को भी रेखांकित किया।