
संदेश (बिहार)। गांव के दो अलग अलग छोरों पर दो मूर्तियों को छोड़ दें तो बेलाउर भी बिहार की अन्य ग्रामीण बस्तियों की ही तरह है जहां अवरुद्ध नालियों और बदहाल सड़कों के बीच प्रशासनिक उपेक्षा साफ दिखती है।
एक प्रतिमा हाथ में तलवार लिए घोड़े पर सवार रणवीर चौधरी की है जबकि दूसरी मूर्ति संत रविदास की है जो तुलनात्मक रूप से छोटी है। ये मूर्तियां गाँव के लोगों और उनके संघर्षों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
कहा जाता है कि भूमिहार जाति से आने वाले रणवीर चौधरी ने 19 वीं शताब्दी में भोजपुर में प्रभावशाली राजपूतों से अपने समुदाय की रक्षा की। वहीं रविदास दलित चेतना के प्रतीक हैं।
एक समय बिहार में जातियों के बीच संघर्ष का केंद्र रहे बेलाउर में अब शांति है। यहीं ऊंची जाति के भूस्वामियों के लड़ाकू दस्ते रणवीर सेना का गठन हुआ था। रणवीर सेना का भाकपा-माले (लिबरेशन) से टकराव था जिसने ऊंची जाति के आधिपत्य से लड़ने के लिए दलितों को गोलबंद किया था। दोनों के बीच खूनी संघर्ष में दर्जनों लोग मारे गए थे।
शांति के बाद में गांव में जातिगत विभाजन बरकार है।
ब्रह्मेश्वर सिंह मुखिया ने आठ अक्टूबर, 1994 को रणवीर चौधरी के नाम पर रणवीर सेना का गठन किया था।
भूषण दुबे (34) ने कहा, “इलाके में हमेशा गोलियां चलती रहती थीं।’’ दुबे का परिवार रणवीर सेना से जुड़ा था।
उन्होंने कहा, गोलियों की इतनी आवाजें होती थीं कि हमारे गाँव के एक सैनिक, जो छुट्टी में आए थे, ने कहा था कि उन्होंने सीमा पर भी ऐसी गोलीबारी नहीं देखी।’’
भाकपा (माले) से संबंधित और बेलाउर पंचायत के प्रमुख धनेश्वर पासवान (52) ने कहा, ‘‘यह सब 1994 में जितिया के दिन शुरू हुआ जब ऊंची जाति के भूस्वामियों ने रूचि राम और लक्ष्मीनिया देवी (दलितों) की हत्या कर दी। जितियो एक हिंदू पर्व है जिसमें महिलाएं अपने बच्चों की लंबी उम्र के लिए उपवास करती हैं। पति-पत्नी की हत्या ने हमारे गांव के जीवन को बदल दिया। उसके बाद दिन-रात गोलीबारी हो रही थी। ’’
दुबे ने कहा कि हत्याओं का एक इतिहास रहा था। भाकपा (माले) मजदूरों को भूस्वामियों के के खेतों में काम करने से रोक रही थी।’’
इस गांव से शुरू चिंगारी ने पटना, औरंगाबाद, जहानाबाद और गया जिलों में शिवसेना और भाकपा (माले) के बीच खूनी जाति संघर्षों को हवा दी।

इसके बाद कई छोटे और बड़े नरसंहार हुए। उनमें 1997 में जहानाबाद का लक्ष्मणपुर-बाथे नरसंहार, अरवल जिले के रामपुर-चौरम का नरसंहार, भोजपुर का बथानीटोला, जहानाबाद के सेनारी का नरसंहार आदि प्रमुख हैं।
ग्रामीणों के अनुसार 2004-05 से स्थिति में सुधार शुरू हुआ जब राजद सत्ता से बाहर हो गयी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग की सरकार बनी थी।
यह गांव संदेश विधानसभा सीट के तहत आता है जहां 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। हालांकि मुकाबला मुख्य रूप से राजद की किरण देवी, लोजपा उम्मीदवार श्वेता सिंह और जद (यू) के विजयेंद्र यादव के बीच ही प्रतीत हो रहा है। किरण देवी के पति अरुण यादव मौजूदा विधायक हैं वहीं विजयेंद्र यादव, अरुण यादव के भाई हैं।
हालांकि ज्यादातर लोग अपनी चुनावी प्राथमिकता के बारे में चुप ही रहते हैं लेकिन यह सामान्य ज्ञान है कि मतदान जातिगत आधार पर होगा।
इस निर्वाचन क्षेत्र में 2.65 लाख से अधिक मतदाता हैं। हालांकि, कोई आधिकारिक जाति-वार आंकड़े नहीं हैं लेकिन लोगों का मानना है कि यहां यादव मतदाता प्रभावशाली हैं। इसके बाद ब्राह्मण, राजपूत और भूमिहार जैसी उच्च जाति के मतदाता हैं।
इस सीट पर परंपरागत रूप से यादव मतदाताओं से ही नतीजे निर्धारित होते हैं। लेकिन उसी समुदाय के दो उम्मीदवारों के मैदान में उतरने से लोजपा की श्वेता सिंह को फायदा हो सकता है।
क्षेत्र में सत्तारूढ़ जद (यू) के खिलाफ कुछ सत्ता विरोधी रूझान दिखता है। रतनपुर गांव के 35 वर्षीय संजय कुमार ने कहा, “मैं एक नया चेहरा चाहता हूं। हमने 15 साल तक नीतीशजी को आजमाया। अब, किसी और को मौका दें।’’
जेडी (यू) के विजेंद्र यादव बुधवार को चुनाव प्रचार के लिए बेलाउर आए थे। हालांकि उन्होंने यहां ज्यादा समय नहीं दिया।
भूषण दुबे ने कहा, “उन्हें पता है कि उन्हें हमारा समर्थन है। वह हमेशा हमारे साथ खड़े रहे हैं।” उच्च जाति के मतदाताओं के एक हद तक जद (यू) भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार को के समर्थन देने का अनुमान है।
यादव ने पड़ोसी चकरदाह गाँव में ज्यादा समय बिताया और एक छोटी सी सभा भीड़ को संबोधित भी किया।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘अगर मैं यादव हूँ, तो मैं यादव हूँ। मैं अपनी जाति को नहीं बदल सकता। अगर लोगों को किसी यादव को वोट देना है, तो वे मुझे वोट दें।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या परिवार के भीतर की लड़ाई से उनकी संभावनाएं प्रभावित होंगी, उन्होंने कहा, “राजनीति का परिवार से क्या लेना-देना है? राजद पटना में और संदेश में पति-पत्नी की पार्टी बन गई है।’’ उन्होंने अन्य दो मुख्य उम्मीदवारों पर रेत माफिया से संबंध रखने का आरोप लगाया।