जब बेटियां ही सुरक्षित ही नहीं तो कैसे होगा कन्या पूजन ! अंबाला में 9 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म

शारदीय या चैत्र नवरात्र में ये देखने आता है कि बेटियों के पांव पखारकर उनकी पूजा की जाती है, अब उन्हीं बेटियों की सुरक्षा पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं।

अंबाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी लेकिन इस अभियान के बाद भी बेटियों की आबरू पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। शारदीय या चैत्र नवरात्र में बेटियों के पांव पखारकर उनकी पूजा की जाती है, अब उन्हीं बेटियों की सुरक्षा पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं।

शारदीय नवरात्र में अष्टमी से पहले दिल्ली से सटे हरियाणा में एक 9 साल की लड़की से दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। राज्य के अंबाला जिले में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने एक प्रवासी श्रमिक की 9 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस के अनुसार, बृहस्पतिवार को जब बच्ची के अभिभावक काम पर घर से बाहर गए हुए थे और बच्ची घर में अकेली थी तब कुछ अज्ञात व्यक्ति उसके घर में घुस आए।

पुलिस ने बताया कि आरोपी बच्ची को एक सुनसान स्थान पर ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया। बच्ची किसी तरह अपने घर वापस आई लेकिन उसने शुरुआत में इस घटना के बारे में अपने अभिभावकों को नहीं बताया। पुलिस ने बताया कि बाद में उसने अपने शरीर में दर्द की शिकायत की जिसके बाद उसे यहां पास स्थित नारायणगढ़ के एक अस्पताल ले जाया गया।

बच्ची ने अपनी मां को बताया कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। पुलिस के मुताबिक, बच्ची को शुक्रवार दोपहर में अंबाला शहर के सिविल अस्पताल रेफर किया गया जहां डॉक्टरों ने इसकी पुष्टि की कि उसके साथ दुष्कर्म किया गया है। अंबाला महिला पुलिस थाने की प्रभारी सुनीता ढाका ने कहा कि इस संबंध में एक मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।

 

 

 

First Published on: October 24, 2020 10:37 AM
Exit mobile version