लखनऊ। यूपी के कासगंज जिले में मंगलवार को सिपाही की हत्या के आरोपित एलकार सिंह को महज 13 घंटे के दरम्यान ही पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया। वहीं, इस हत्याकांड के मुख्य आरोपित मोती सिंह फरार है जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। फरार मोती सिंह मुठभेड़ में मारे गए एलकार सिंह का भाई है। इस हत्याकांड के बाद सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
प्रदेश के ADG अजय आनंद ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। दोनों आरोपित भाई हैं। जिसमें से एलकार को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। कासगंज के सिढ़पुरा थाने में एलकार पर तीन व मोती के खिलाफ 11 मुकदमे दर्ज हैं। दोनों के खिलाफ मंगलवार देर रात नामजद व अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
कासगंज जिले के गांव नगला बंगर में मंगलवार शाम दारोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र शराब माफिया मोती की कुर्की का नोटिस चस्पा करने गए थे। वहां माफिया ने दोनों को बंधक बना दिया और पीट कर सिपाही की हत्या कर दी जबकि दारोगा को गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
कासगंज के गांव नगला धीमर में दारोगा अशोक कुमार सिंह और सिपाही देवेंद्र कुमार शाम शराब माफिया मोतीराम की कुर्की का नोटिस चस्पा करने गए थे। बताया जाता है कि गांव में माफिया ने दोनों पुलिसकर्मियों को घेर लिया और एक पेड़ से बांधकर जमकर पीटा। इसके बाद माफिया व ग्रामीण दोनों को डेढ़ किलोमीटर दूर खेत पर ले गए।
वहां भी दोनों की पिटाई की, वर्दी भी फाड़ दी। पटियाली के सीओ गवेंद्र पाल गौतम सूचना मिलने पर पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। घटना की गंभीरता को देखते हुए जिले के कई थानों की फोर्स को बुलाया गया। पुलिस को दोनों खेत में बंधक मिले। अस्पताल लाने तक सिपाही की मृत्यु हो गई, जबकि दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है।