दिल्ली क्राइम ब्रांच का एक्शन, अफ्रीकन ड्रग सिंडिकेट नेटवर्क का भंडाफोड़

दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना एंटी-नारकोटिक्स ब्यूरो के साथ मिलकर एक संगठित और संयुक्त अभियान के तहत दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में छापेमारी की। यह अभियान मुख्य रूप से अफ्रीकी मूल के तस्करों और उनके स्थानीय सहयोगियों द्वारा संचालित अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी नेटवर्क को निशाना बनाकर चलाया गया।

इस कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में मादक पदार्थों की बरामदगी, गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी और भारत में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। तेलंगाना पुलिस की एक अहम जांच में पता चला कि उनके वांटेड ड्रग तस्कर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में छिपे हुए हैं।

इसके बाद दिल्ली पुलिस और तेलंगाना पुलिस की टीमों ने कई दिनों की निगरानी, मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग और गुप्त सूचनाओं के आधार पर तिहाड़, महरौली, तिलक नगर, निहाल विहार, नोएडा और गुरुग्राम में एक साथ दबिश दी। ऑपरेशन में दर्जन भर से अधिक अधिकारी शामिल रहे।

दिल्ली पुलिस के जॉइंट ऑपरेशन में उत्तम नगर में पकड़ी गई उगांडा की जैनब उर्फ पामेला के घर से भारी मात्रा में कोकीन और एमडीएमए मिला। तिलक नगर में नाइजीरिया की बेकी के ठिकाने से 5,209 एमडी गोलियां और कोकीन बरामद हुई। जो दिल्ली में हाल के वर्षों में मिली सबसे बड़ी सिंथेटिक ड्रग की खेपों में से एक है।

उसके बताए पते पर निहाल विहार रहने वाले फ्रैंक को गिरफ्तार किया गया, जो पहले भी ड्रग मामले में जेल जा चुका है। तेलंगाना पुलिस के वांटेड आरोपी जीन अहमद उर्फ गॉडविन के बंद मकान में छिपाई गई कोकीन और हेरोइन ने साफ कर दिया कि दिल्ली-एनसीआर को यह नेटवर्क बड़े पैमाने पर ट्रांजिट पॉइंट की तरह इस्तेमाल कर रहा था।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक तस्करों को सुरक्षित सिम कार्ड, पैसों का नेटवर्क, बैंकिंग कवर और किराये के मकान उपलब्ध कराने वाले भारतीय नागरिक बदरुद्दीन, जफर, सामा उमर, टीटिंग गुइते, जोशुआ गुइते और लाल खोसेई की गिरफ्तारी ने इस सिंडीकेट को हिला दिया है। ये लोग विदेशी तस्करों को अदृश्य बनाए रखने के लिए फर्जी नंबर और पैसों के रास्ते तैयार करते थे। जिससे पुलिस तक उनका कोई सुराग न पहुंचे।

पुलिस ऑपरेशन के दौरान 30 विदेशी नागरिक बिना वैध वीजा और दस्तावेज के मिले। इन्हीं अवैध रूप से रह रहे लोगों के जरिए ड्रग कार्टेल दिल्ली में अपनी जड़ें जमा चुका था। दिल्ली पुलिस की मामले में जांच जारी है। दिल्ली पुलिस यह पता लगाने में लगी है कि इस ड्रग्स सिंडिकेट में और कितने लोग जुड़े हुए है।

First Published on: November 28, 2025 7:35 PM
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