कानपुर एनकाउंटरः गैंगस्टर विकास दूबे को पकड़ने गए आठ पुलिसकर्मी एनकाउंटर में शहीद, योगी ने दिए जांच के आदेश


खबरों के अनुसार उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर पुलिस दबिश देने गई थी। इस दौरान पुलिस की टीम पर अपराधी विकाश दूबे की छत से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई जिसमें एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए।


मंज़ूर अहमद मंज़ूर अहमद
क्राइम Updated On :

कानपुर। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं, इसका अंदाजा आप इस घटना से लगात सकते हैं कि उनको पकड़ने गई पुलिस पर अपराधी फायर झोंक देते हैं जिससे मौके पर ही आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो जाती है। 

खबरों के अनुसार उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर पुलिस दबिश देने गई थी। इस दौरान पुलिस की टीम पर अपराधी विकास दूबे की छत से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई जिसमें एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। घटना के बाद पुलिस ने गांव को चारों ओर से घेर लिया है। ड्रोन से इलाके की निगरानी की जा रही है। गांव में आरएएफ तैनात कर दी गई है। 

पुलिस के अनुसार शहीद पुलिसकर्मियों में देवेंद्र कुमार मिश्र , सीईओ, बिल्हौर, महेश यादव, एसओ, शिवराजपुर, अनुप कुमार, चौकी इंचार्ज मंधना, नेबूलाल, सब इंस्पेक्टर शिवराजपुर, सुल्तान सिंह, कांस्टेबल थाना चौबेपुर, राहुल, कांस्टेबल बिठूर, जितेंद्र, कांस्टेबल बिठूर और बबलू, कांस्टेबल बिठूर हैं।

हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे वर्ष 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। 2001 में कानपुर देहात के शिवली थाने के अंदर घुस कर इंस्पेक्टर रूम में बैठे तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चैयरमेन, राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ल को गोलियों से भून दिया गया था। रसूख इतना की इस हत्या पर पूरे थाने में किसी ने भी विकाश शुक्ला के खिलाफ गवाही की हिम्मत नहीं जुटाई और अपराधी गवाहों और सबूतों के अभाव में छूट गया था।   

वहीं कानपुर की इस घटना पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिजनों के प्रति शोक और अपनी संवेदना व्यक्त की है। सीएम योगी ने घटना की रिपोर्ट तलब की है और साथ ही डीजीपी एचसी अवस्थी से अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है। सीएम योगी ने पूरे मामले की रिपोर्ट भी मांगी है। 

बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के मारने वाला विकास दुबे हिस्ट्रीशीटर अपराधी है। विकास दुबे पर 60 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं। विकास दुबे की पैठ हर राजनीतिक दल पर होती थी इसी वजह से आज तक उसे नहीं पकड़ा गया। विकास दुबे कई राजनीतिक दलों में भी रहा है। बिठूर के शिवली थाना क्षेत्र के बिकरु गांव का रहने वाला है। उसने अपने घर को किले की तरह बना रखा है। यहां उसकी मर्जी के बिना घुस पाना बहुत ही मुश्किल है।