बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जनपद के डिबाई इलाके के निवासी झोलाछाप डॉक्टर लेखराज पर जानलेवा हमला होने का मामला फर्जी निकला और उसे स्वयं के तमंचे से गोली लगने की बात सामने आई है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संतोष कुमार सिंह ने बताया कि 27 मई को लेखराज के पुत्र ने थाना डिबाई में मामला दर्ज कराया था कि कसेर के रहने वाली साजिद व सलीम ने उसके पिता पर गोली चलाई है।
लेखराज को घायल अवस्था में मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ रेफर किया गया था और बाद में उसके रिश्तेदार उसे एक निजी अस्पताल ले गए। इलाज के दौरान ही 28-29 मई की दरमियानी रात लेखराज की मौत हो गई।
उन्होंने बताया की जांच के दौरान अभियोग में नामित अभियुक्तों की नामजदगी सही नहीं पाई गई और सीसीटीवी की फुटेज में लेखराज अकेला रास्ते में पैदल जाता दिखाई दिया। उसके मोबाइल की जांच की गई तो पता चला कि उसने तमंचा चन्द्रसेन नाम के एक व्यक्ति से लिया था।
एसएसपी ने बताया कि लेखराज के पुत्र पंकज ने बुधवार को डिबाई थाने पर लिखित सूचना दी कि ऑपरेशन थिएटर में जाने से पूर्व उसके पिता ने बताया कि उसको स्वयं के तमंचे से गोली लगी थी तथा उसने रंजिश में साजिद व सलीम के नाम बताए थे।