भांजी से छेड़खानी के खिलाफ थाने में रिपोर्ट लिखवाने वाले पत्रकार को दबंगों ने मारी गोली


खबरों के अनुसार पत्रकार का बस इतना कसूर था कि उसने अपनी भांजी के साथ किए गए छेड़छाड़ के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद दबंगों ने पत्रकार को पहलेतो सड़क पर खूब मारा पीटा और बाद में सरेआम गोली मार दी। हालांकि कुछ लोगों का यह भी आरोप हैं कि इस वारदात के वक्त घटनास्थल पर पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन इस वारदात को रोकने के लिए पुलिस की तरफ से कोशिश नहीं की गई।


मंज़ूर अहमद मंज़ूर अहमद
क्राइम Updated On :

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश से अपराध और अपराधियों के सफायें के लिए योगी सरकार द्वारा चला चलाए गए तमाम अभियान बस जुमले साबित हो रहे हैं। प्रदेश में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अपराधी हत्या, लूट और दूसरे जघन्य अपराधों को खुलेआम अंजाम दे रहे हैं। इनके कृत्यों और वारदातों के वीडियो फुटेज देखने के बाद ऐसा लगता है कि अपराधियों के अंदर ना पुलिस का खौफ हैं ना ही कानून का।

खबरों के अनुसार सोमवार को गाजियाबाद में कुछ दबंगों ने पत्रकार विक्रम जोशी को सरेराह गोली मार दी। सोशल मीडिया ट्वीटर पर आ रही है खबरों के अनुसार पत्रकार का बस इतना कसूर था कि उसने अपनी भांजी के साथ किए गए छेड़छाड़ के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद दबंगों ने पत्रकार को पहले तो सड़क पर खूब मारा पीटा और बाद में सरेआम गोली मार दी। हालांकि कुछ लोगों का यह भी आरोप हैं कि इस वारदात के वक्त घटनास्थल पर पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन इस वारदात को रोकने के लिए पुलिस की तरफ से कोशिश नहीं की गई। 

इस घटना को लेकर देश के कई वरिष्ठ पत्रकारों ने भी यूपी पुलिस की कार्यशैली पर सवाए उठाए हैं। वहीं देश-प्रदेश के राजनीतिक दलों ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कानून व्यवस्था को लेकर कई तीखे सवाल किए हैं।

उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल की कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने तो इस घटना को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है और प्रदेश की कानून व्यवस्था को जंगलराज करार दिया है। प्रियंका ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि, ” गाजियाबाद NCR में है। यहां कानून व्यवस्था का ये आलम है तो आप पूरे यूपी में कानून व्यवस्था के हाल का अंदाजा लगा लीजिए। एक पत्रकार को इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उन्होंने भांजी के साथ छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस में दी थी। इस जंगलराज में कोई भी आमजन खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा? “

अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस की छह टीम गठित

इस घटना के बाद गाजियाबाद पुलिस ने ट्वीट कर जानकारी दी कि पुलिस इस वारदात में शामिल नौ अपराधियों को पकड़ लिया है और उन पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। साथ लापरवाही वरतने के आरोप में गाजियाबाद चौकी इंचार्ज एसआई राधवेन्द्र को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई प्रचलित कर सीओ प्रथम को जांच दे दी गई है।