गोड्डा के अदाणी पावर प्लांट से 16 दिसंबर से बांग्लादेश को मिलने लगेगी 800 मेगावाट बिजली

इस प्लांट से कुल 16 सौ मेगावाट बिजली के उत्पादन के लिए दो यूनिटें स्थापित की गई हैं। पहली यूनिट ऑपरेशनल हो गई है, जबकि दूसरी यूनिट से अगले कुछ महीनों में प्रोडक्शन शुरू करने का लक्ष्य है।

रांची। झारखंड के गोड्डा जिले के मोतिया में नवनिर्मित अदाणी पावर प्लांट में 800 मेगावाट क्षमता वाली पहली यूनिट से बिजली उत्पादन 16 दिसंबर से शुरू हो जाएगा। यहां से उत्पादित होनेवाली शत-प्रतिशत बिजली बांग्लादेश को सप्लाई की जाएगी। इसका ट्रायल मंगलवार को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया। ट्रायल के दौरान इस प्लांट से बांग्लादेश के ढाका स्थित मोहम्मदपुर के ग्रिड तक 150 मेगावाट बिजली भेजी गई।

बांग्लादेश के साथ हुए एक समझौते के अनुसार, अदाणी पावर की ओर से बिजली की सप्लाई करने के लिए 125 किमी से अधिक लंबी संचरण लाइन तैयार की गई है। इस प्लांट से कुल 16 सौ मेगावाट बिजली के उत्पादन के लिए दो यूनिटें स्थापित की गई हैं। पहली यूनिट ऑपरेशनल हो गई है, जबकि दूसरी यूनिट से अगले कुछ महीनों में प्रोडक्शन शुरू करने का लक्ष्य है।

पहली यूनिट से प्रोडक्शन के लिए 16 दिसंबर की तारीख चुने जाने की वजह यह है कि इसी दिन बांग्लादेश एक राष्ट्र के तौर पर विश्व के नक्शे पर आया था और इसे वहां विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी ने बीते सितंबर में बांग्लादेश की राष्ट्रपति शेख हसीना से मुलाकात के बाद ट्विट कर बताया था कि 16 दिसंबर यानी ‘विजय दिवस’ से बांग्लादेश को गोड्डा स्थित पावर प्रोजेक्ट से बिजली की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।

गौरतलब है कि गोड्डा पावर प्रोजेक्ट ने जून 2015 के बाद तब आकार लिया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश की यात्रा पर गए थे। वहां प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ मुलाकात में बांग्लादेश में भारतीय ऊर्जा कंपनियों के जरिए बिजली मुहैया कराए जाने पर सहमति बनी थी। बांग्लादेश में बिजली की भारी कमी है। वहां न तो कोयले और पेट्रोल के भंडार हैं और न जलविद्युत परियोजनाओं की खास संभावना। इसके चलते उसे या तो अपने पड़ोसियों से बिजली आयात करनी पड़ती है या फिर अपने यहां पावर प्रोजेक्ट्स के लिए बाहर से सहायता लेनी पड़ती है।

प्रधानमंत्री की बांग्लादेश यात्रा के बाद इस दिशा में प्रगति हुई। 11 अगस्त, 2015 को अदाणी और बांग्लादेश ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए और दो साल बाद अप्रैल 2017 में शेख हसीना की नई दिल्ली यात्रा के दौरान इम्प्लीमेंटेशन एग्रीमेंट पर मुहर लगी। अदाणी के साथ बांग्लादेश का करार 25 साल का है।

शर्तो के मुताबिक, इस प्लांट से उत्पादित बिजली का 25 फीसदी हिस्सा झारखंड को दिया जाना है। अदाणी समूह झारखंड को दी जाने वाली यह 400 मेगावाट बिजली एनटीपीसी से खरीदकर उपलब्ध कराएगा। हालांकि झारखंड को मिलने वाली बिजली कैसे और किस दर पर मिलेगी, इस पर स्थिति अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो सकी है।

First Published on: December 14, 2022 10:47 AM
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