नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिए बजट पेश किया। कोरोना काल में पूरे देश को वित्त मंत्री से बड़े एलान की उम्मीद थी। वित्त मंत्री ने भी लोगों को निराश नहीं किया। कई सेक्टर में वित्त मंत्री ने खजाना खोल दिया। वित्त मंत्री ने कहा कि बजट ऐसे समय आ रहा है जब देश की जीडीपी दो बार माइनस में गई। उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी के बारे में सोचा भी नहीं था, कोरोना से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा।
सरकार ने मोबाइल फोन के पुर्जों तथा चार्जर पर आयात शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है। स्थानीय मूल्यवर्धन को बढ़ाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। इससे मोबाइल फोन महंगे हो सकते हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट पेश करते हुए सीमा शुल्कों में 400 रियायतों की समीक्षा की घोषणा की। इनमें मोबाइल उपकरण खंड भी शामिल है।
सीतारमण ने कहा, ‘‘घरेलू मूल्यवर्धन बढ़ाने के लिए हम मोबाइल के चार्जर और कुछ पुर्जों पर छूट को वापस ले रहे हैं। इसके अलावा मोबाइल के कुछ पुर्जों पर आयात शुल्क शून्य से 2.5 प्रतिशत हो जाएगा।’’
उन्होंन कहा कि सीमा शुल्क नीति का दोहरा उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को प्रात्साहन देना और भारत को वैश्विक मूल्य श्रृंखला से जोड़ना तथा निर्यात को बेहतर करना होना चाहिए। सीतारमण ने कहा, ‘‘अब हमारा जोर कच्चे माल तक आसान पहुंच तथा मूल्यवर्धन का निर्यात है।’’
वित्त मंत्री के बजट भाषण के दौरान दो खबरें ऐसी होती हैं जो सीधे आम आदमी के जीवन पर असर डालती हैं। पहली आयकर स्लैब को लेकर वित्त एलान और बजट से क्या सस्ता और क्या महंगा। यहां जानिए बजट में क्या सस्ता और क्या महंगा हुआ?
क्या क्या हुआ महंगा ?
मोबाइल फोन और मोबाइल फोन के पार्ट, चार्जर
गाड़ियों के पार्ट्स
इलेक्ट्रानिक उपकरण
इम्पोर्टेड कपड़े
सोलर इन्वर्टर, सोलर से उपकरण
कॉटन
क्या क्या हुआ सस्ता ?
स्टील से बने सामान
सोना
चांदी
तांबे का सामान
चमड़े से बने सामान
वित्त मंत्री सीतारमण ने टैबलेट से पढ़ा बजट भाषण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लीक छोड़ते हुए इस बार आम बजट कागजी दस्तावेज के बजाय टैबलेट से पढ़ा। सीतारमण 2021-22 का बजट पेश करते हुए सत्ता पक्ष की दूसरी कतार में रहीं। इस बार का बजट कागज पर प्रिंट नहीं हुआ है। बजट दस्तावेज सभी सांसदों समेत आम जनता के लिये डिजिटल स्वरूप में उपलब्ध कराया जाने वाला है।