चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान 15 जून तक सकल प्रत्यक्ष कर वसूली में 31 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसमें भी अग्रिम कर के रूप में कार्पोरेट कर की प्राप्ति 79 प्रतिशत घटी है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इससे पहले पीटीआई ने जून तिमाही के दौरान सकल अप्रत्यक्ष कर वसूली के बजाय सकल अग्रिम कर वसूली में 31 प्रतिशत गिरावट आने की जानकारी गलती से दी।
आयकर विभाग के एक अधिकारी ने पीटीआई- भाषा से कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2020- 21 की पहली तिमाही में 15 जून तक सकल प्रत्यक्ष कर वसूली 31 प्रतिशत घटकर 1,37,825 करोड़ रुपये रही है। एक साल पहले जून 2019 में यह राशि 1,99,755 करोड़ रुपये रही थी।’’
कंपनियों के लिये पहली तिमाही के दौरान अग्रिम कर भुगतान की अंतिम तिथि 15 जून होती है।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के शुरुआती दो महीने देश में पूरी तरह से लॉकडाउन लागू था। कोरोना वायरस महामारी को काबू में रखने के लिये 25 मार्च से यह लॉकडाउन लगाया गया जिसे कई चरणों में आगे बढ़ाया जाता रहा। इसके परिणामस्वरूप देश में करीब 80 प्रतिशत आर्थिक गतिविधियां बंद रहीं।
हालांकि, एक जून से लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से उठाना शुरू कर दिया गया है लेकिन अभी अर्थव्यवस्था में गतिविधियां पूरी तरह से सामान्य नहीं हो पाईं।